छत्तीसगढ़ में ईडी का मलहम भी, लूटपाट के शिकार लोगो को इंसाफ का भरोसा, लेकिन मनीलॉन्ड्रिंग और ब्लैक एंड वाइट करने वालो पर सख्ती, कोयला दलाल सूर्यकांत की निशानदेही पर ईडी पहुंच रही उद्योगपतियों के द्वारे-द्वारे

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रायपुर : छत्तीसगढ़ में मशीनरी जाम कर लूट-पाट करने वाले बड़े सरकारी अधिकारियो पर ईडी  का शिकंजा लगातार कसते जा रहा है। ईडी ने आज छुट्टी के बावजूद अपना अभियान जारी रखा। उसने रायपुर और बिलासपुर में सूर्यकांत गिरोह की अवैध उगाही से पीड़ित कारोबारियों और उद्योगपतियों के दुःख दर्द पर जहाँ  मलहम लगाया,वही मनी लॉन्ड्रिंग और ब्लैक एंड वाइट करने वालो को तलब कर कड़ाई से पूछताछ की। ED के कदम अब प्रदेश के अन्य जिलों की ओर भी बढ़ रहे है, ताकि सूर्यकान्त की रिमांड अवधि ख़त्म होने से पूर्व भ्रष्टाचार की जड़ो को अपने कब्जे में लिया जा सके। 

सूत्रों के मुताबिक राज्य के दो बड़े उद्योगपतियों ने सूर्यकांत एंड कंपनी को 25 रूपए प्रति टन “गब्बर सिंह टैक्स” का भुगतान चिल्हर में नहीं बल्कि थोक में किया था। दोनों उद्योगपतियों ने एकमुश्त 50 से 100 करोड़ तक के भुगतान की हिम्मत जुटाई और सूर्यकांत समेत अखिल भारतीय सेवाओं के अफसरों के ठिकानो तक डिलेवरी तक कर डाली। बताया जाता है कि,ऐसे ही कई उद्योगपतियों से पूछताछ जारी है। सूत्र बताते है कि कोयला दलाल सूर्यकान्त के साथी महासमुंद के नायडू और कोरबा के हेमंत जायसवाल के ठिकानो में हालिया छापेमारी के दौरान जप्त दस्तावेजों में कुछ बड़े उद्योगपतियों का हिसाब -किताब सामने आया था। 

जानकारी के मुताबिक एक उद्योगपति ने तो हवाला के जरिए “गब्बर सिंह टैक्स” का भुगतान उत्तर प्रदेश और दिल्ली में पार्टी के एक चर्चित नेता तक भी पहुँचाया था। इसी उद्योगपति ने अगली किश्त नगद रकम के रुप में सत्ताधारी दल के एक नेता के नाते-रिश्तेदारों के हाथो तक भी सुरक्षित रुप से पहुंचाई थी।

बता दें, ये उद्योगपति सत्ता के गलियारों में कुछ विशेष मौंको पर नेता जी से गले -मिलते तो कभी गर्मजोशी के साथ एक दूसरे का हाथ थामते चर्चा में रहा है। काली कमाई के खेल में कारोबारी सरकारी अफसरों के एजेंडे की दास्तान सूर्यकांत तिवारी एंड कंपनी ईडी को सुना रही है। उधर ED भी उसकी तस्दीक को लेकर सूर्यकान्त की पीठ थप -थपा रही है। सूर्यकांत से ईडी की गहन पूछताछ रोजाना नई दास्तान के साथ सामने आ रही है। 

सूत्र बताते है कि आज रविवार, छुट्टी के बावजूद कई उद्योगपतियों को सुबह -सुबह उनके ही घर में ED के दर्शन हो गए। बताया जा रहा है कि ED की पूछताछ में कई बड़े कारोबारियों ने साफ कर दिया है कि उन्होंने परेशानियों से बचने और अफसरों के दबाव के चलते मोटी रकम का भुगतान सूर्यकांत एंड कंपनी की मंशानुरूप किया था। यह भी बताया जा रहा है कि सूर्यकान्त को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष  रूप से गब्बर सिंह टैक्स का भुगतान करने के चलते ED की टीम कारोबारियों और उद्योगपतियों के द्वारे -द्वारे दस्तक दे रही है। 

फिलहाल रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़, कोरबा और भिलाई – दुर्ग के कई कारोबारियों और कुरियर मेन के रूप में दस्तावेजों और ब्लैक मनी को इधर से उधर करने वालो से पूछताछ का दौर जारी है। सूर्यकान्त की रिमांड अवधि ख़त्म होने से पूर्व ED एक बड़ी कार्रवाई की ओर तेजी से कदम बढ़ा रही है।