पटना: ED Raid: पुल निर्माण कंपनी एसपी सिंगला के ठिकानों पर ईडी ने रेड मारी है। पटना (Patna) में बेली रोड स्थित सिंगला कंपनी दफ्तर में ED की टीम पहुंची है। इसके अलावा दिल्ली, हरियाणा, पंचकूला समेत कंपनी की अन्य जगहों पर भी रेड चल रही है। छापेमारी की कार्रवाई सुबह 7.00 बजे से शुरू हुई है। साथ ही कंपनी के तार गैंगरेप केस और मनी लॉन्ड्रिंग में फंसे IAS Sanjeev Hans से भी जुड़े हैं।
बता दें कि एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी उस वक्त सुर्खियों में आई, जब इसके बनाए कई पुल बिहार में एक के बाद एक करके कई पुल धरासाई हो गए थे। खासकर भागलपुर खगड़िया अगवानी पुल का काम भी इसी कंपनी को दिया गया था। यह पुल हवा के हल्के से झोंके से ढह गया था। बिहार सरकार की तरफ से इस पुल का मलबा हटाने का काम 15 दिनों में कंप्लीट करने का वादा किया गया था। लेकिन यह काम अब तक नहीं हो सका है।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में एसपी सिंगला कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी की है। बिहार के पटना, हरियाणा के पंचकूला समेत अन्य शहरों में तलाशी ली जा रही है। पटना के बोरिंग रोड, गंगा प्रोजेक्ट ऑफिस में ईडी के अधिकारी पहुंचे हैं। विवादों में रही एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी के ठिकानों पर ईडी की टीम दस्तावेजों को खंगाल रही है।
वहीं कंपनी के कई प्रोजेक्ट कार्यालयों में भी छापा पड़ने के बाद भगलपुर में भी हड़कंप मच गया। कहा जा रहा है कि यहां रह रहे कंपनी के आधा दर्जन अधिकारी भूमिगत हो गए हैं। बताया जा रहा है कि नवगछिया और भागलपुर में मौजूद कंपनी के अधिकारियों की गाड़ी झारखंड की तरफ कूच करने की बात कही जा रही है।
पूर्व विधायक गुलाब यादव और आईएएस संजीव हंस के यहां हाल ही में ED ने छापेमारी की थी। एसपी सिंगला ग्रुप पर कार्रवाई के तार आईएएस संजीव हंस से जुड़ते नजर आ रहे हैं। IAS संजीव हंस बिहार राज्य पुल निर्माण निगम में MD के पद पर रहे हैं। इस दौरान सिंगला कंपनी को फायदा पहुंचाने से संबंधित अवैध लेनदेन से जुड़ी जानकारी ED को मिली है। जिसके आधार पर अब एसपी सिंगला ग्रुप के ठिकानों पर भी छापेमारी हो रही है। इस ED की कार्रवाई में कई और सफेदपोश भी बेनकाब हो सकते हैं।
बिहार में 4 जून 2023 को अगुवानी घाट से सुल्तानगंज के बीच बन रहे निर्माणधीन पुल का हिस्सा गिरा था, इसके कुछ दिनों के बाद ही सड़क परिवहन मंत्रालय ने ग्रुप के कार्यों की जांच के लिए आदेश जारी किया था। इसके तहत केंद्र सरकार ने इस कंपनी द्वारा बनाए जा रहे निर्माणधीन पुलों की जांच के लिए विशेषज्ञों की टीम भी बनाई थी। टीम को बिहार, पंजाब, यूपी, हरियाणा, गुजरात में कंपनी के द्वारा बनाए जा रहे पुलों की जांच करनी थी।