मुंबई : महाराष्ट्र में ED एक बार फिर सक्रिय हो गई है। दिल्ली ब्लास्ट के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने महाराष्ट्र में स्थित कई जिलों में सक्रियता दिखाई है। मुंबई और नंदुरबार समेत कई इलाको में मेडिकल कॉलेज, पब्लिक-धार्मिक ट्रस्ट की पड़ताल शुरू कर दी गई है। इसमें पारिवारिक और धार्मिक गतिविधियों के गठित एक ट्रस्ट और एक यमन के नागरिक से जुड़े FCRA उल्लंघन मामले में बड़ी कार्रवाई सामने आई है. न्यूज़ टुडे को ED अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, छापेमारी नंदुरबार जिले और मुंबई में कुल एक दर्जन स्थानों पर की गई है. ED सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई जामिया इस्लामिया इशातुल उलूम ट्रस्ट यमनी नागरिक अल-खदामी खालिद इब्राहिम सालेह और अन्य के खिलाफ चल रही जांच का हिस्सा है.अधिकारियों ने बताया, कि तलाशी की कार्रवाई से मिले दस्तावेजों और डिजिटल सबूतों की जांच की जा रही है. यह कार्रवाई FCRA नियमों के कथित उल्लंघन और धन के लेनदेन में अनियमितताओं को लेकर की गई है.

जानकारी के मुताबिक, गृह मंत्रालय के दिशा- निर्देशों के तहत विभिन्न एजेंसियां पूरी तरह से सक्रिय है। इसमें ED की यह छापेमारी और जांच प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट यानी PMLA के तहत की जा रही है. यह मामला नंदुरबार पुलिस के Akkalkuwa थाना द्वारा दर्ज की गई FIR और इस साल अप्रैल में दायर चार्जशीट पर आधारित है. जांच में सामने आए तथ्यों के आधार पर ED ने कई परिसरों पर तलाशी की कार्रवाई की. गृह मंत्रालय ने 15 जुलाई 2024 को अपने आदेश के तहत इस ट्रस्ट का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट कैंसिल कर दिया था. मंत्रालय ने पाया था कि ट्रस्ट विदेशी चंदे की राशि को दूसरे गैर-FCRA पंजीकृत NGO के पास भेज रहा था. मंत्रालय की इस कार्रवाई के बाद मामले में प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच और तेज की गई.
यह भी बताया जा रहा है, कि कई शेल कंपनियों से लेनदेन का मामला भी सामने आया है। ताज़ा कार्यवाही के बाद पूर्व BJP सांसद किरीट सोमैया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट करते हुए ED की इस कार्रवाई का स्वागत किया है. उन्होंने आरोप लगाया, कि ट्रस्ट के ट्रस्टी शेल कंपनियों के माध्यम से गैर-पारदर्शी लेनदेन कर रहे थे.
