छत्तीसगढ़ में बड़ी कार्यवाही की ओर ED, बहुमुखी कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा गिरफ्त में? टुटेजा एंड कंपनी की बेनामी संपत्ति ठिकाने लगाने के मामले में पूछताछ शुरू, सौम्या – रानू के अलावा भ्रष्टाचार की कई महारानियों पर भी कस सकता है शिकंजा….   

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दिल्ली / रायपुर : छत्तीसगढ़ में EOW और ED की कार्यवाही से प्रशासनिक हल्कों में खलबली मच गई है। ताजा जानकारी के मुताबिक पूर्व मुख्यमंत्री भूपे बघेल और उनका कुनबा भारी भरकम भ्रष्टाचार और घोटालों से घिर गया है। इस गिरोह के काले कारनामे देख – सुनकर आप हैरत में पड़ जायेंगे। यही नहीं कई सबूतों और प्रमाणित दस्तावेजों के उजागर होने से आप यह भी समझ जायेंगे कि पूर्ववर्ती भूपे सरकार ने 5 सालों तक सिर्फ सरकारी तिजोरी पर हाथ साफ करने और कोयले की सुनियोजित दलाली करने में ही अपना कार्यकाल गुजार दिया था। भूपे बघेल और कई दागी आईएएस – आईपीएस ने भी तत्कालीन सरकार के साथ मिलकर सेवा का सौदा किया था। 

ऐसे नौकरशाहों ने भ्रष्टाचार के जरिये लाल – लाल नोट कमाने में ही अपना पूरा वक़्त गुजार दिया था। उनकी कार्यप्रणाली भी सुर्ख़ियों में है। देश में छत्तीसगढ़ प्रदेश आल इंडिया सर्विस से जुड़े नौकरशाहों का काला बाजार बन गया है। इस बाजार में कई नेता, कारोबारी और वरिष्ठ सरकारी अधिकारियों ने आये दिन करोड़ की रकम पर हाथ साफ किया था। कई गवाहों और दस्तावेजी प्रमाणों के हासिल होने के बाद ED भी बड़ी कार्यवाही की ओर बढ़ गई है। सूत्रों का दावा है कि आने वाले दिनों कई नए – पुराने चेहरे और दागी अफसर ED की गिरफ्त में नजर आ सकते है। 

छत्तीसगढ़ में रायपुर निवासी लगभग 60 वर्षीय बहुमुखी कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। इसके मुताबिक होरा से ED ने पूछताछ शुरू कर दी है। उन्हें पूर्व में लगातार कई नोटिस जारी किये गए थे। बताया जाता है कि पूर्व आईएएस अनिल टुटेजा एंड कंपनी की करोड़ो की बेनामी संपत्ति को लेकर होरा से पूछताछ की जा रही है।

ED की रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि 22 सौ करोड़ के शराब घोटाले में कारोबारी अनवर ढेबर की गिरफ्तारी गुरुचरण सिंह होरा के स्वामित्व वाले VIP रोड स्तिथ एक होटल से हुई थी, जबकि ढेबर के खुद कई होटल है। यही नहीं एक अन्य होटल कारोबारी मनदीप भी फरार बताये जा रहे है। मनदीप का भी एक बड़ा होटल मंदिर हसौद नेशनल हाईवे पर स्थति बताया जाता है। यह शख्स भी राज्य की आम जनता की तिजोरी पर डाका डाल रहा था।  

बता दे कि होरा से जुड़े कई ठिकानों पर ED पूर्व में छापेमारी कर चुकी है। एजेंसियों की हालिया कार्यवाही को लेकर मंत्रालय और पुलिस मुख्यालय में खलबली मची है। सूत्रों के मुताबिक शराब कारोबारी अनवर ढेबर और अनिल टुटेजा से पूछताछ के दौरान एजेंसियों को कई महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई थी।

एजेंसियों ने इसके बाद सौम्या चौरसिया, रानू साहू, कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल, कोयला माफिया सूर्यकांत तिवारी और निलंबित आईएएस समीर विश्नोई से हुई पूछताछ में लाभान्वित होने वाले कई भ्रष्ट नौकरशाहों की नामी – बेनामी संपत्ति को लेकर सनसनीखेज जानकारी मिली है। इसमें जमीन की खरीद-फरोद के कच्चे – पक्के सौदों के अलावा मनी लैंडिंग के पुख्ता सबूतों की भी तस्दीक हुई है।   

सूत्र बताते है कि आने वाले दिनों धन – शोधन के मामलों को लेकर रायपुर में देश के एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश होने वाला है। इसमें EOW और ED बड़ी कार्यवाही की ओर लगातार बढ़ रही है। यह भी बताते है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपे बघेल की करीबी उप सचिव सौम्या चौरसिया और निलंबित आईएएस रानू साहू ने EOW के समक्ष जब मुँह खोला तो पूर्व मुख्यमंत्री भूपे बघेल की असलियत सामने आने में देर नहीं लगी।

बताते है कि दोनों ही आरोपी महिला अधिकारियों से राज्य का EOW महकमा फिर घंटों पूछताछ कर सकेगा। ED की विशेष अदालत ने दोनों ही आरोपी अधिकारियों को एक बार फिर रिमांड में 5 दिनों तक के लिए EOW को सौंप दिया है। इसके पूर्व दोनों ही महिला अधिकारियों को 4 दिनों के लिए EOW की पहले दौर की रिमांड में सौंपा गया था। 

अब जानकारी सामने आ रही है कि अनिल टुटेजा एंड कंपनी के काले कारनामों को लेकर केबल कारोबारी गुरुचरण सिंह होरा से भी पहले दौर की लंबी पूछताछ पूरी हो चुकी है। दूसरे दौर की पूछताछ जारी बताई जा रही है। यह भी बताते है कि पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांढ को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। उनसे भी घोटालों को लेकर पूछताछ की जानी बाकि है। इसके लिए समन जारी कर दिया गया है। जबकि होटल शर्मनाक के मालिक अपने घर से नदारत बताये जा रहे है। उनसे हॉर्टीकल्चर विभाग में अंजाम दिए गए घोटालों और टुटेजा एंड कंपनी की काली कमाई खपाने को लेकर पूछताछ की जानी बताई जा रही है।