
लखनऊ: चर्चित छांगुर बाबा धर्मांतरण केस में अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एंट्री हो चुकी है। ईडी ने इस मामले में प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ECIR) दर्ज कर ली है और मनी लॉन्ड्रिंग एंगल से जांच की शुरुआत कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक, छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन को धर्मांतरण के लिए लगभग 100 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग मिली थी। इन पैसों के स्रोत और उनके उपयोग की अब ईडी गहराई से जांच करेगी। लखनऊ ईडी यूनिट इस पूरे मामले की तह तक जाएगी और आरोपियों से पूछताछ भी जल्द शुरू की जाएगी।
इससे पहले, उत्तर प्रदेश पुलिस ने दावा किया था कि जमालुद्दीन ने अपनी आलीशान कोठियों और लाइफस्टाइल के जरिए धर्मांतरण के एक गुप्त नेटवर्क को संचालित किया। उसकी कोठी में 18 कमरे, विदेशी नस्ल के कुत्ते, घोड़े का अस्तबल, सोलर पावर हाउस, और 15 फीट ऊंची गोपनीय दीवारें थीं।
ध्यान देने वाली बात यह है कि इस कोठी में बाहरी लोगों की एंट्री सख्त वर्जित थी और यहीं पर धर्मांतरण की प्रक्रिया चलाई जाती थी। ईडी अब यह जांच करेगी कि इन भारी फंड्स का स्त्रोत क्या था और इसे किन माध्यमों से उपयोग किया गया।
बुलडोजर कार्रवाई के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने इस केस की फाइलें ईडी को सौंप दी थीं। अब ईडी की जांच में विदेशी कनेक्शन, मनी ट्रेल, और धर्मांतरण नेटवर्क के पीछे के वित्तीय लेन-देन को उजागर करने की संभावना है।