यस बैंक मामले में ईडी ने DHFL के प्रमोटर वाधवान बंधुओं को किया गिरफ्तार , 10 दिनों की मिली कस्टडी

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दिल्ली वेब डेस्क / यस बैंक मामले में वधावन भाइयों को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। गैंगस्टर इकबाल मिर्ची से जुड़े एक अन्य मनी लॉन्ड्रिंग जांच में ईडी की तरफ से वधावन भाइयों की जांच की जा रही है।इससे पहले एजेंसी की तरफ से यस बैंक मामले में वधावन भाइयों को कई बार तलब किया गया था, लेकिन उन्होंने समन से बचने के लिए कोरोना वायरस के कारण लागू प्रतिबंध का हवाला दिया था। वधावन भाइयों के पांच वाहनों को ईडी ने अप्रैल में जब्त कर लिया था, जब उनके और उनके परिवार के सदस्यों को लॉकडाउन के दौरान महाराष्ट्र के लोनावाला से अनाधिकृत रूप से यात्रा करने की सूचना मिली थी। वाधवान बंधुओं की यह गिरफ्तारी यस बैंक के संस्थापक और अन्य के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग जांच के मामले में हुई है |

अधिकारियों ने बताया कि मुंबई की विशेष अदालत ने दोनों को 10 दिन के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया है | वाधवान बंधु फिलहाल जेल में हैं | उन्हें इसी मामले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था | सीबीआई भी इस मामले की जांच कर रही है | ईडी अधिकारियों के मुताबिक दोनों को धन शोधन रोकथाम अधिनियम की धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है | 

वाधवान बंधुओं के खिलाफ ईडी पहले भी गैंगस्टर इकबाल मिर्ची से जुड़े मामले में जांच कर चुकी है |  यस बैंक मामले में ईडी ने उन्हें कई बार समन भेजा, लेकिन वह कोविड-19 के चलते लॉकडाउन की वजह से लगे यात्रा प्रतिबंधों का बहाना लगाकर बार-बार समन को टालते रहे | अप्रैल में वाधवान बंधुओं के परिवार समेत अवैध तरीके से महाराष्ट्र के महाबलेश्वर की यात्रा करने के बाद ईडी ने उनके पांच वाहन जब्त कर लिए थे | 

यस बैंक के 34,000 करोड़ रुपये के फंसे कर्ज का बड़ा हिस्सा 10 बड़े कारोबारी समूहों की 44 कंपनियों से जुड़े होने की संभावना है |  इसमें अनिल अंबानी रिलायंस समूह, एस्सल समूह, आईएलएफएस, डीएचएफएल, कॉक्स एंड किंग्स और भारती इंफ्रा शामिल हैं | ईडी ने यस बैंक के प्रवर्तक राण कपूर और उनके परिवार पर 4,300 करोड़ रुपये की अपराध की कमाई का धन शोधन करने का आरोप लगाया है | यह राशि उन्हें कथित तौर पर बैंक के जरिये इन कंपनियों को बड़ा कर्ज उपलब्ध कराने के एवज में रिश्वत के तौर पर दी गई | दिया गया कर्ज बाद में एनपीए हो गया | जिससे यस बैंक संकट में घिर गया |