प्राकृतिक आपदा:भूकंप के झटकों का कहर, धरती से 10 किमी. नीचे था केंद्र,

0
7

लद्दाख: उत्तर भारत का केंद्र शासित राज्य आज (मंगलवार को) सुबह भूकंप के झटकों से कांप गया. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 रही. भूकंप आने से यहां अफरातफरी मच गई है. बता दें कि लद्दाख में भूकंप आज सुबह 8 बजकर 35 मिनट पर आया. भूकंप का केंद्र धरती में 10 किलोमीटर नीचे था. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.3 मापी गई.

भूकंप के झटके महसूस होने के बाद लोग अपने घरों से बाहर निकल आए. भूकंप के दौरान सीलिंग फैन और घर में रखा सामान हिलता हुआ दिखाई दिया. हालांकि अभी तक किसी के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं आई है. प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है.

विशेषज्ञों के अनुसार पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जहां ये प्लेट्स ज्यादा टकराती हैं, वह जोन फॉल्ट लाइन कहलाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब ज्यादा दबाव बनता है तो प्लेट्स टूटने लगती हैं और नीचे की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. फिर इस डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है. इन स्तरों पर होती है ऐसी तबाही….

रिक्टर स्केलअसर
0 से 1.9सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही पता चलता है.
2 से 2.9हल्का कंपन.
3 से 3.9कोई ट्रक आपके नजदीक से गुजर जाए, ऐसा असर.
4 से 4.9खिड़कियां टूट सकती हैं. दीवारों पर टंगी फ्रेम गिर सकती हैं.
5 से 5.9फर्नीचर हिल सकता है.
6 से 6.9इमारतों की नींव दरक सकती है. ऊपरी मंजिलों को नुकसान हो सकता है.
7 से 7.9इमारतें गिर जाती हैं. जमीन के अंदर पाइप फट जाते हैं.
8 से 8.9इमारतों सहित बड़े पुल भी गिर जाते हैं. सुनामी का खतरा होता है.
9 और उससे ज्यादापूरी तबाही. कोई मैदान में खड़ा हो तो उसे धरती लहराते हुए दिखेगी. समंदर नजदीक हो तो सुनामी.