Earthquake: हाल के समय में कई देशों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. इसी कड़ी में जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (जीएफजेड) ने बताया कि गुरुवार (17 अप्रैल) को उत्तरी चिली में 5.7 तीव्रता का भूकंप आया. इसके अलावा म्यांमार में 3.9 तीव्रता का भूकंप आया है. जीएफजेड ने बताया कि उत्तरी चिली में भूकंप का केद्र 178 किमी (110.6 मील) की गहराई पर था. इसके अलावा म्यांमार में भूकंप जमीन की सतह से सिर्फ 10 किलोमीटर नीचे आया इसलिए इसके बाद भी झटके महसूस होने की संभावना बनी हुई है. इससे पहले गुरुवार को म्यांमार में 4.0 तीव्रता का भूकंप आया था.
चिली में भूकंप आते ही लोग डरकर अपने घरों से बाहर भाग गए. म्यांमार में भी लगातार भूकंप के झटकों की वजह से लोग डरे हुए हैं. हालांकि अभी तक किसी बड़े नुकसान या किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है. इस तरह के उथले भूकंप ज्यादा खतरनाक होते हैं क्योंकि ये ज़मीन की सतह के बहुत पास होते हैं. जब भूकंप सतह के पास आता है तो ज्यादा ऊर्जा निकलती है, जिससे जमीन ज्यादा हिलती है और इमारतों को बड़ा नुकसान हो सकता है. इससे लोगों की जान जाने का खतरा भी बढ़ जाता है. इसके मुकाबले गहरे भूकंप सतह तक आते-आते अपनी ताकत खो देते हैं.
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म्यांमार भूकंप के लिहाज से एक संवेदनशील इलाका है. म्यांमार उस जगह पर स्थित है जहां यूरेशियन और इंडो-ऑस्ट्रेलियन टेक्टॉनिक प्लेटें आपस में टकराती हैं इसलिए वहां भूकंप का खतरा बहुत ज्यादा है. इंटरनेशनल अर्थक्वेक साइंस सेंटर के अनुसार, साल 1990 से 2019 के बीच हर साल म्यांमार और उसके आसपास के इलाकों में 3.0 या उससे ज्यादा तीव्रता वाले लगभग 140 भूकंप आते रहे हैं.