नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के दौरान देश की दो प्रमुख पार्टियां—भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress)—एक बार फिर आमने-सामने नजर आईं। विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने सरकार पर मणिपुर हिंसा, महंगाई और बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर निशाना साधा, तो भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस पर “दोहरे मापदंड” और “राजनीतिक नाटक” का आरोप लगाया।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोकसभा में भाषण के दौरान कहा कि “देश में लोकतंत्र खतरे में है, और सरकार जवाब देने से डरती है।” उन्होंने मणिपुर हिंसा, मीडिया पर दबाव और एजेंसियों के दुरुपयोग का मुद्दा उठाया।
वहीं भाजपा के गृहमंत्री अमित शाह ने जवाब देते हुए कहा,
“कांग्रेस अपने कार्यकाल में समस्याएं छोड़ गई, अब जवाब मांग रही है। आज की सरकार पारदर्शिता और जवाबदेही के साथ काम कर रही है।”

संसद में गर्मागर्म बहस के मुख्य बिंदु:
राहुल गांधी का हमला: लोकतंत्र की हत्या, मणिपुर पर चुप्पी क्यों?
भाजपा का पलटवार: कांग्रेस ने देश को झूठ और भ्रम की राजनीति दी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा: “हम जनता को जवाबदेह हैं, विपक्ष बहस से भाग रहा है।”
विपक्षी गठबंधन INDIA के अन्य दलों ने भी कांग्रेस का समर्थन किया, लेकिन कई सांसदों का मानना है कि “हंगामे की बजाय मुद्दों पर ठोस बहस जरूरी है।”
राजनीतिक विश्लेषकों की राय:
यह सत्र 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले आखिरी बड़े सत्रों में से एक है। इसलिए दोनों दल अपनी-अपनी राजनीतिक ज़मीन मज़बूत करने में जुटे हैं।
