वाराणसी / ट्रेनों की लेटलतीफी और उससे होने वाली परेशानी की खबरें आमतौर पर सामने आती रहती हैं | कई बार ट्रेन लेट होने की वजह से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार लोगों के जरूरी काम तक छूट जाते हैं | लेकिन इस बार रेलवे ने ऐसा काम कर दिखाया है कि आप भी ‘वाह’ कहने से नहीं चूकेंगे। दरअसल, हुआ कुछ यूं कि एक छात्रा को वाराणसी पेपर देने जाना था। वह जिस ट्रेन से वाराणसी पहुंचने वाली थी, वह लगभग 2:30 घंटे देरी से चल रही थी। छात्रा का मन विचलित होने लगा, उसे चिंता सताने लगी कि उसका एग्जाम छूटने वाला है। ऐसे में छात्रा ने अपने भाई अनवर जमाल को फोन किया और अपनी परेशानी बताई।
अनवर ने इसके लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और भारतीय रेलवे को टैग करते हुए ट्वीट किया। ट्वीट में उसने बताया कि ट्रेन लगभग ढाई घंटे देरी से चल रही है। ऐसे में उसकी बहन की परीक्षा छूट सकती है, उसकी मदद की जाए। उसने अपनी बहन के पेपर का टाइम टेबल शेयर कर लिखा, ट्रेन 2 घंटे 27 मिनट देरी से चल रही है, वाराणसी में मेरी बहन का एग्जाम दोपहर 12 बजे से है। कृपया मदद करें, उसने ट्रेन का नंबर और अपना पीएनआर नंबर भी शेयर किया। ट्वीट मिलते ही रेलवे हरकत में आया | फिर ट्रेन की रफ्तार बढ़ाई गई और ट्रेन समय से पहले ही वाराणसी पहुंच गई। जो ट्रेन ढाई घंटे की देरी से चल रही थी, वह समय से पहले (लगभग 11 बजे) ही वाराणसी पहुंच गई। जैसे ही नाजिया परीक्षा केंद्र पर पहुंची, उनके भाई ने ट्वीट करके भारतीय रेलवे का आभार जताया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक गाजीपुर की नाजिया तबस्सुम का डीएलएड बैक पेपर का परीक्षा केंद्र वाराणसी के वल्लभ विद्यापीठ बालिका इंटर कालेज में था | 3 फरवरी की दोपहर में उसकी परीक्षा थी | नाजिया ने छपरा वाराणसी सिटी एक्सप्रेस में मऊ से उसने रिजर्वेशन कराया था | मऊ में सुबह 6:25 बजे ट्रेन को पहुंचना था, लेकिन ट्रेन दो घंटे 53 मिनट की देरी से 9:18 बजे पहुंची | इसके बाद नाजिया के भाई अनवर जमाल ने रेलवे को ट्वीट कर लिखा कि उनकी बहन का 12 बजे से एग्जाम है | ट्रेन की देरी के कारण परीक्षा छूट जाएगी. ट्वीट मिलते ही रेलवे ने उनका मोबाइल नंबर मांगा और जल्द व्यवस्था की बात कही | इस बारे में एनईआर के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि नियमानुसार परीक्षार्थी की मदद की गई | बलिया- फेफना रेलखंड पर प्रस्तावित स्पीड ट्रायल के चलते ब्लॉक लिया गया था | मॉनीटरिंग करते हुए ट्रेन की पंक्चुअलिटी को मेकप किया गया | इससे छात्रा समय पर परीक्षा केन्द्र पहुंच सकी | बहरहाल रेलवे के इस सराहनीय प्रयास की चर्चा लोगों की जुबान पर है | अगर समय रहते छात्रा एग्जाम सेंटर नहीं पहुंच पाती तो परीक्षा देने से वंचित रह जाती है |