Saturday, September 21, 2024
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महिला के अंतिम संस्कार के लिए नगद रकम नहीं होने से परिजनों ने नदी में बहाया शव, अंतिम संस्कार के लिए नगर पालिका परिषद से भी मांगी गई सहायता, लेकिन किसी ने नहीं की मदद, कोरोना संक्रमण काल में आर्थिक समस्या बड़ी त्रासदी

सीधी वेब डेस्क / मौजूदा दौर में लोगों के सामने कोरोना संक्रमण से लड़ने के साथ -साथ आर्थिक जरूरतों को पूरी करना भी एक बड़ी चुनौती बन गया है | एक परिवार के पास इतनी भी नगद रकम नहीं थी की वो घर की महिला का सामाजिक रूप से अंतिम संस्कार करते | इस आदिवासी महिला की मौत के बाद उसके परिजनों ने अंतिम संस्कार के लिए अपने चिर परिचितों से नगद रकम उधार मांगी | लोगों ने हाथ खड़े कर दिए | हैरानी तो तब हुई जब इस पीड़ित परिवार ने अपने इलाके की नगर पालिका परिषद् से आर्थिक सहयोग की मांग की | ताकि वे इस महिला का अंतिम संस्कार कर सके | लेकिन ना तो किसी पार्षद ने अपने हाथ आगे बढ़ाये और ना ही सहयोग के लिए नगर पालिका ने कोई उपाए सोचा | आखिरकार पीड़ित आदिवासी परिवार ने इस महिला का शव नदी में बहा दिया |

मामला मध्यप्रदेश के सीधी जिले के कोटहा का है | यहाँ अंतिम संस्कार के लिए पैसे न होने की वजह से एक आदिवासी महिला के शव को नदी में बहा दिया गया | महिला के रिश्तेदारों ने बताया कि गरीबी के चलते उनको यह कदम उठाना पड़ा। उनके मुताबिक यह महिला लंबे समय से बीमार थी। उसकी अचानक मौत हो गई। इस दौरान गरीबी के चलते उनके पास कुछ भी नगद रकम नहीं थी | इतने भी पैसे नहीं थे की वे सामाजिक रूप से उसका दाह-संस्कार कर सके | उन्होंने नगरपालिका से मदद मांगी लेकिन कोई मदद नहीं मिली।

नतीजतन आर्थिक मजबूरी में परिजन ठेले में शव को लादकर जिला मुख्यालय से दूर सोन नदी में पहुंचे | यहाँ अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं होने की वजह से उन्हें लकडिया भी नहीं मिली | आखिरकार परिजनों ने महिला के शव को जलाने के बजाय उसे सोन नदी में प्रवाहित कर दिया। उधर घटना का एक वीडियो सामने आने के बाद बीजेपी और कांग्रेस के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है |

पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से सवाल किया कि गरीबों के अंतिम संस्कार में मदद वाली सरकारी योजनाओं का क्या हुआ ? कमलनाथ ने कहा कि “शिवराज जी जब आप विपक्ष में थे तो गरीबों के अंतिम संस्कार को लेकर खूब दावे करते थे और कांग्रेस को खूब झूठा कोसते थे। आज आप सत्ता में हैं। आपकी सरकार की सच्चाई जान लें।

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उन्होंने कहा, “सीधी जिले में एक आदिवासी परिवार की महिला की मृत्यु होने पर परिवार को मांगने पर ना शव वाहन मिला और ना अंतिम संस्कार के लिए आर्थिक मदद। पैसे नहीं होने पर, मजबूरी में परिवार ने शव को ठेले पर ले जाकर नदी में बहा दिया। कहां गयी आपकी अंतिम संस्कार की योजना”? कमलनाथ ने आगे कहा कि “मानवता को शर्मशार करने वाली इस हृदय विदारक घटना पर तत्काल दोषियों पर कड़ी कार्यवाही हो, परिवार की हर संभव मदद हो”। उधर बीजेपी ने भी कमलनाथ और कांग्रेस पर पलटवार किया है | उसने कहा है कि नगर पालिका परिषद् में कांग्रेस का बोलबाला है | उसे प्राथमिक रूप से मदद के लिए आगे आना चाहिए था |

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