रिपोर्टर – जयप्रकाश
दंतेवाड़ा / दंतेवाड़ा जिला अस्पताल में उस वक़्त हंगामा शुरू हो गया जब नशे में धुत्त एक डॉक्टर ने मरीज का ऐसा इलाज किया की उसकी मौके पर ही मौत हो गई | यह मरीज शरीर में दर्द होने की शिकायत लेकर डॉक्टर के पास पहुंचा था | बताया जाता है कि रात में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर नशे में धुत्त था | फिर भी उसने मरीज का इलाज शुरू कर दिया | उसने डॉक्टर रूम से परिजनों को बाहर किया और ना जाने मरीज को कौन सा इंजेक्शन दिया कि 15 मिनट में उसकी मौत हो गई | उधर अस्पताल में मरीज के परिजन उसके ठीक होने की उम्मीद लगाए बैठे थे | इस दौरान उन्हें पता पड़ा कि डॉक्टर साहब ने उसका काम तमाम कर दिया | मरीज की मौत की खबर सुनते ही परिजनों ने अस्पताल में हंगामा खड़ा कर दिया |
मामला दंतेवाड़ा के जिला अस्पताल का है | बताया जाता है कि कटेकल्यान अस्पताल से स्थानीय निवासी अजमन ठाकुर को शरीर में दर्द होने की शिकायत के बाद दंतेवाड़ा जिला अस्पताल रेफर किया गया था | परिजनों ने उसे यहाँ दाखिल करवाया | बताया जाता है कि इस दौरान अस्पताल में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर जे पात्रे नशे में धुत्त थे | मरीज के इलाज के दौरान अस्पताल स्टाफ ने भी उन्हें रोकने की कोशिश की | लेकिन वे कामयाब नहीं रहे |परिजनों की शिकायत है कि डॉक्टर ने नशे में धुत्त होने के बावजूद मरीज का इलाज किया था |
उनके मुताबिक वहां मौजूद अन्य स्टाफ ने भी उन्हें रोकने की कोशिश की थी | परिजनों के मुताबिक डॉक्टर पात्रे जब मरीज का इलाज शुरू कर रहे थे तो उन्होंने जैसे ही कहा कि, ‘मैं कुछ भी कर सकता हूं, मैं मुर्दा आदमी को भी जिंदा कर सकता हूं’ उनकी इस बात से उन्हें शंका हुई | लेकिन वे मरीज की स्थिति को लेकर चिंतित थे | परिजनों के मुताबिक डॉक्टर की हालत को देखते हुए उन्होंने मरीज के साथ इस घटना का वीडियो भी बना लिया है | मामले के सामने आने के बाद डॉक्टर साहब को सस्पेंड कर दिया गया है।
पीड़ित परिजनों ने डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने के साथ ही नशे में धुत्त होकर इलाज करने का आरोप लगाया है | उन्होंने मामले की शिकायत जिला प्रशासन से भी की है | हालाँकि न्यूज़ टुडे को जिला प्रशासन और डॉक्टर जे. पात्रे की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है |