अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार (7 सितंबर) को गाजा संकट पर बड़ा बयान देते हुए फलस्तीनी उग्रवादी संगठन हमास को “अंतिम चेतावनी” जारी की। ट्रंप ने कहा कि अब हमास को बंधकों की रिहाई पर समझौते के लिए राजी होना ही होगा, क्योंकि इजरायल पहले ही उनकी शर्तों को मान चुका है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा— “मैंने हमास को समझौता न मानने के परिणामों की चेतावनी दे दी है। यह मेरी आखिरी चेतावनी है। इसके बाद कोई और मौका नहीं मिलेगा।”
मीडिया से बातचीत में ट्रंप ने भरोसा जताया कि गाजा में समझौता जल्द ही हो सकता है। उन्होंने कहा, “यह एक बेहद जटिल समस्या है, लेकिन मुझे लगता है कि हम सभी बंधकों की रिहाई कराने में सफल होंगे।”
ट्रंप ने गाजा में बचे बंधकों की स्थिति पर चिंता जताई। उनके अनुसार अब शायद 20 से भी कम बंधक जीवित हैं, जबकि करीब 38 शव इजरायल को मिले हैं। उन्होंने कहा कि युवा होने के बावजूद बंधक लगातार मारे जा रहे हैं, जो बेहद चिंताजनक है।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने हमास के सामने एक नया युद्धविराम प्रस्ताव रखा है। इसमें शर्त है कि युद्धविराम के पहले दिन हमास सभी 48 बंधकों को रिहा करेगा, जिसके बदले इजरायल अपने यहां कैद हजारों फलस्तीनी कैदियों को छोड़ेगा। इसके बाद गाजा में स्थायी शांति को लेकर बातचीत होगी।
इस बीच, इजरायल के विदेश मंत्री गिदोन सार ने कहा कि यदि हमास बंधकों को छोड़कर हथियार डाल देता है, तो गाजा में युद्ध खत्म हो सकता है। वहीं, हमास की ओर से मांग की गई थी कि इजरायल को युद्ध समाप्त कर गाजा सिटी से सेना हटानी होगी, तभी बंधकों की रिहाई संभव है।
