अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार (7 सितंबर) को विदेशी कंपनियों से अपील की कि वे अमेरिका में निवेश और उद्योग स्थापित करते समय देश के आप्रवासन कानूनों का पूरी तरह पालन करें। उनका यह बयान हाल ही में जॉर्जिया स्थित हुंडई इलेक्ट्रिक वाहन (EV) प्लांट पर अमेरिकी एजेंसी आईसीई (इमिग्रेशन एंड कस्टम्स एनफोर्समेंट) की छापेमारी के बाद आया है। इस कार्रवाई में लगभग 475 कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया, जिनमें से 300 दक्षिण कोरियाई नागरिक थे।
ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा, “हुंडई घटना के बाद मैं सभी विदेशी कंपनियों से अनुरोध करता हूँ कि वे हमारे आप्रवासन कानूनों का सम्मान करें। आपका निवेश स्वागत योग्य है, लेकिन हम चाहते हैं कि आप अपने कुशल कर्मचारियों को कानूनी प्रक्रिया के तहत लाएं।”
उन्होंने विदेशी कंपनियों को संदेश देते हुए कहा कि अमेरिकी कर्मचारियों को रोजगार और प्रशिक्षण पर प्राथमिकता दी जानी चाहिए। ट्रंप ने कहा, “हम सिर्फ इतना चाहते हैं कि आप अमेरिकी कर्मचारियों को नियुक्त करें और प्रशिक्षित करें। इससे हमारा राष्ट्र अधिक उत्पादक और पहले से कहीं अधिक एकजुट होगा।”
दरअसल, बीते शुक्रवार को हुई इस छापेमारी में हिरासत में लिए गए कर्मचारियों पर अवैध तरीके से अमेरिका में प्रवेश करने या वीजा की अवधि से अधिक समय तक रहने का आरोप है। इस घटना के बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच कूटनीतिक बातचीत शुरू हो गई है। दक्षिण कोरिया ने अपने 300 कर्मचारियों को वापस लाने के लिए एक चार्टर्ड विमान भेजने की योजना बनाई है।
हालांकि, राष्ट्रपति ट्रंप ने स्पष्ट किया कि यह मामला अमेरिका-दक्षिण कोरिया संबंधों को प्रभावित नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के रिश्ते मजबूत हैं और इस मुद्दे का समाधान जल्द निकाल लिया जाएगा।
