नई दिल्ली / नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने शुक्रवार (26 फरवरी 2021) को एक सर्कुलर जारी किया है, जिसमें एयरलाइंस को बिना किसी सामान के यात्रियों को टिकट की कीमतों में छूट देने की अनुमति दी गई है। डीजीसीए एयरलाइंस द्वारा सेवाओं और शुल्क की अनुमति देता है। इसका मतलब है कि जैसे हमें अतिरिक्त सामान, फ्रंट रो सीट आदि के लिए अतिरिक्त भुगतान करने के लिए कहा जाता है। अब एयरलाइंस शून्य सामान किराए का ऑफर भी कर सकती है। इसका मतलब है कि अगर किसी के पास सामान नहीं है, तो यह कम किराया देना पड़ कर सकता है। लेकिन इस ऑप्शन का फायदा लेने के लिए पैसेंजर्स को टिकट बुकिंग के वक्त ही बताना पड़ेगा। हालांकि DGCA ने यह नहीं बताया कि नया नियम कब से लागू होगा। किराए में कितनी छूट मिलेगी, अभी यह भी साफ नहीं है।
DGCA ने कहा है कि जो पैसेंजर बिना सामान या सिर्फ केबिन बैग के साथ यात्रा करेंगे, उन्हें एयरलाइंस सस्ती टिकट का ऑफर दे सकती हैं। हालांकि, केबिन बैग का वजन तय लिमिट से ज्यादा नहीं होना चाहिए। अभी एक पैसेंजर 7 किलो वजन का केबिन बैग और 15 किलो वजन का चेक-इन बैग ले जा सकता है। एक्स्ट्रा वजन होने पर अलग से चार्ज देने पड़ते हैं।
किरायों को लेकर मिले फीडबैक के आधार पर DGCA ने कहा है कि टिकट में शामिल कई सर्विसेज ऐसी होती हैं जिनकी पैसेंजर्स को जरूरत नहीं होती। ऐसी सर्विसेज और इनके चार्जेज को अलग-अलग करने से बेसिक फेयर सस्ता होने की संभावना है। साथ ही यात्रियों को अपनी सुविधा के हिसाब से सर्विसेज चुनने का विकल्प भी मिलेगा।
ये चार्ज बेस फेयर से अलग होंगे
• प्रेफरेंशियल सीटिंग (यात्री की पसंद की सीट) का चार्ज।
• पानी को छोड़कर मील, स्नैक और ड्रिंक चार्ज।
• एयरलाइन लाउंज को इस्तेमाल करने का चार्ज।
• स्पोर्ट्स इक्विपमेंट चार्ज।
• म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट कैरिज
• कीमती बैग के लिए विशेष फीस
• चेक-इन बैगेज चार्ज।
एयरलाइन की बैगेज पॉलिसी के तहत कोई सामान न होने पर शेड्यूल्ड एयरलाइंस को फ्री बैगेज ऑफर देना होगा। यात्री अपनी सहूलियत के हिसाब से बेस फेयर के साथ इनमें से कोई भी सुविधा ले सकेंगे।