राजगढ़ : मध्य प्रदेश के राजगढ़ के सरकारी अस्पताल में मरीजों की डॉक्टरों से ज्यादा मुलाकात गाय से होती है। ये गाय ICU से लेकर जनरल वार्ड तक में भर्ती मरीजों का हालचाल लेती है। डॉक्टर इसे रिपोर्ट करते है या फिर ये गाय CMO के निर्देश पर मरीजों की देखभाल करती है ,इसे लेकर पुख्ता जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।
फिलहाल,ICU में भर्ती मरीज़ गाय को यहां देखकर मान बैठे है कि उनका अंतिम समय करीब आ गया है। इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने ऊपर जाने से पूर्व गौ माता के दर्शन करा दिए है। शायद “मामा” की ये कोई सरकारी योजना हो। अब मरीज़ राधे-राधे जप रहे है।
इन दिनों मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले के सरकारी अस्पताल का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में अस्पताल के आईसीयू वार्ड में एक गाय को टहलते हुए देखा जा सकता है। ये गाय रोजाना कई वार्डो का चक्कर लगाती है। उसमे घूम फिर कर,खाने लायक सामग्री पर मुंह मारती है।यहां भर्ती मरीज़ उसे किसी डॉक्टर की पूर्व आत्मा मानते है।
उनका मानना है कि पुराने सिविल सर्जन साहब ने मरने के बाद गाय के रूप में जन्म लिया है। लिहाजा वो इस जन्म में भी लचर स्वास्थ्य सेवाओं का जायजा लेने रोजाना आते है। वो अस्पताल प्रशासन के कार्यो का जायजा लेने के बाद सिविल सर्जन डॉ. राजेंद्र कटारिया को मरीज़ो के स्वास्थ्य से अवगत कराते है।
पीड़ित मरीज़ो के मुताबिक,वार्ड बॉय और सुरक्षा गार्ड को डॉक्टर गाय साहब की सुरक्षा के लिए तैनात किया गया है। उनके मुताबिक यह आम घटना है। कई मरीज़ तस्दीक कर रहे है कि ये गाय कोविड आईसीयू वार्ड से होते हुए सभी विभागों में खुलेआम घूमती-फिरती नजर आती है।
अस्पताल परिसर में उसकी आवाजाही के लिए पर्याप्त प्रबंध किया गया है। उसके लिए कचरे के डिब्बे से लेकर मरीज़ो के मेडिकल वार्ड में अलमारिया भी लगाईं गई है। कई बार तो उसे मेडिकल वेस्ट के साथ-साथ टेबल पर रखी दवाइयां खाते हुए भी देखा गया है।
उनके मुताबिक अस्पताल में दिनभर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती के चलते गाय को किसी तरह की दिक्कत नहीं होती। फिर मरीजो को तो आखिरी समय राधे-राधे भजना ही होता है। ऐसे समय अस्पताल रूपी वृंदावन में गौ दर्शन होना भाग्य की बात है।