दिल्ली : आज से शुरू हो रहे इस सप्ताह में दिवाली, नरक चतुर्दशी,काली चौदस, मासिक शिवरात्रि, दिवाली, कार्तिक अमावस्या, गोवर्धन पूजा, भाई दूज, विनायक चतुर्थी जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार हैं|इस साप्ताह दिवाली की रंगत शुरू हो गई है|दिवाली,नरक चतुर्दशी,मासिक शिवरात्रि, हनुमान जयंती,काली चौदस,मासिक शिवरात्रि,दिवाली, कार्तिक अमावस्या, गोवर्धन पूजा, भाई दूज, विनायक चतुर्थी जैसे महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार सामने हैं|इसी सप्ताह में ही इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण भी लग रहा है|
दिवाली के पांच दिनों के त्योहार में दूसरा दिन नरक चतुर्दशी का होता है, जिसे छोटी दिवाली, रूप चौदस, काली चौदस के नाम से जानते हैं|इस दिन यम के लिए दीपक निकालते हैं. भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध किया था, इसलिए धनतेरस के अगले दिन नरक चतुर्दशी मनाते हैं|
इस साल दिवाली का त्योहार 24 अक्टूबर को है. इस दिन माता लक्ष्मी, गणेश जी और कुबेर की पूजा करते हैं. भगवान राम जब लंका विजय के बाद माता सीता को लेकर अयोध्या पहुंचे थे तो उनके स्वागत में दिवाली मनाई गई थी. तब से यह परंपरा चली आ रही है | कार्तिक अमावस्या पर दिवाली मनाते हैं. हालांकि कार्तिक अमावस्या के स्नान का बड़ा महत्व है. इससे पुण्य की प्राप्ति होती है|
साल 2022 का अंतिम सूर्य ग्रहण 25 अक्टूबर को लगने वाला है. यह एक आंशिक सूर्य ग्रहण है, जो भारत के कुछ शहरों में दिखाई देगा. सूर्य ग्रहण का प्रारंभ शाम 04 बजकर 28 मिनट से होगा और समापन 05 बजकर 30 मिनट पर होगा. स्थान के अनुसार इसके समय में परिवर्तन हो सकता है|
गोवर्धन पूजा दिवाली के दूसरे दिन है क्योंकि दिवाली के पहले दिन सूर्य ग्रहण लगा है. सूर्य ग्रहण के कारण कोई पूजा पाठ नहीं होगा. गोवर्धन पूजा के दिन भगवान श्रीकृष्ण और गोवर्धन की पूजा करते हैं और अन्नकूट का भोग लगाते हैं|
भाई दूज 27 अक्टूबर को है. इस दिन सभी भाई अपनी बहन के घर तिलक लगवाने जाते हैं. बहनें उनका आदर सत्कार करती हैं. ऐसा करने से मृत्यु का भय दूर होता है. यह आशीर्वाद यमराज ने अपनी बहन यमुना को दिया था|
कार्तिक माह की विनायक चतुर्थी 28 अक्टूबर को है. इस दिन भगवान गणेश की पूजा दिन में करते हैं और चंद्रमा का दर्शन वर्जित होता है.