Dev Diwali 2024: हिंदू पंचांग के मुताबिक हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को कार्तिक देव दीपावली मनाई जाती है. इसे कार्तिक कहकर भी पुकारा जाता है. कहते हैं कि इस दिन देवों के देव महादेव ने त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का अंत करके तीनों लोकों को संहार से बचाया था. इस असुर का अंत होने पर देवी-देवताओं ने काशी में एकत्र होकर दीप जलाकर खुशियां मनाई थी.
मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर विधि विधान के साथ भोलेनाथ की पूजा करने और शाम के वक्त गंगा आरती करने से मनुष्य के सभी दुखों का निवारण हो जाता है. साथ ही मनोवांछित फलों की प्राप्ति होती है. इस 15 नवंबर को देव दीपावली मनाई जा रही है. ज्योतिषियों के मुताबिक इस बार कार्तिक पूर्णिमा पर भद्रावास समेत कई दुर्लभ मंगलकारी योग बन रहे हैं. इन योगों के सानिध्य में जो जातक पूजा करेंगे, उनके जीवन की तमाम इच्छाएं पूरी होते देर नहीं लगेगी.
देव दीपावली पर बनने वाले शुभ योग
वरीयान योग
ज्योतिष शास्त्रियों के मुताबिक, इस बार देव दीपावली पर मंगलकारी वरीयान योग का निर्माण हो रहा है. यह योग 15 नवंबर को सुबह 07 बजकर 31 मिनट से शुरू होगा. इस दौरान जो जातक सच्चे मन से भगवान शिव और मां पार्वती की आराधना करेंगे, उनके जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली का प्रसार होता है.
भद्रावास योग
सनातन धर्म के विद्वानों के अनुसार, इस बार देव दीपावली पर भद्रावास योग भी लग रहा है. इसके समापन का समय शाम 4 बजकर 37 मिनट होगा. कहते हैं कि इस वक्त भद्रा स्वर्ग लोक में रहेगी. शास्त्रों में कहा गया है कि जब भद्रा, स्वर्ग या पाताल लोक में रहती है तो पृथ्वी के समस्त जीवों का भाग्य चमक जाता है.
Dev Diwali 2024: देव दीपावली पूजन का शुभ मुहूर्त
धार्मिक विद्वानों के मुताबिक इस साल कार्तिक पूर्णिमा 15 नवंबर को सुबह 6.19 बजे से शुरू होकर 16 नवंबर को रात 2 बजकर 58 मिनट तक रहेगी. चूंकि यह तिथि 15 नवंबर को शुरू हो रही है, इसलिए इस बार 15 नवंबर को ही कार्तिक पूर्णिमा और देव दीपावली मनाई जाएगी. इस दिन पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 5 बजकर 10 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 47 मिनट तक है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. न्यूज़ टुडे इसकी पुष्टि नहीं करता है.)