नई दिल्ली / संसद में किसान बिल को लेकर मचे घमासान के बीच सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश यात्राओं का ब्यौरा पेश किया है | राज्यसभा में किसान बिल को लेकर मचे हंगामे के बीच विदेश मंत्रालय ने संसद में जानकारी दी है कि 2015 से अबतक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 58 देशों का सफर किया है | देश हित में की गई इन यात्राओं से विदेशों में ना केवल भारत का सम्मान बढ़ा बल्कि देश की विदेश नीति को रचनात्मक दिशा मिली है | विदेश मंत्रालय की ओर से ये जवाब एक सांसद के सवाल पर दिया गया है | ब्यौरे में बताया गया है कि 2015 से अबतक पीएम मोदी की यात्रा पर कुल 517.82 करोड़ रुपये का खर्च हुआ है |
विदेश मंत्रालय की ओर से संसद में जानकारी दी गई है कि कोरोना संकट के दौरान भारत ने कई देशों की मदद की है | कुल 150 देशों को दवाई, चिकित्सा उपकरण की मदद पहुंचाई गई है | साथ ही चीन समेत कुल 80 देशों को 80 करोड़ का अनुदान दिया गया है | इस दौरान भारत को जापान, अमेरिका, फ्रांस, जर्मनी, इजरायल से मदद भी मिली है |
विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि पीएम मोदी की इन यात्राओं के दौरान भारत ने कई देशों के साथ बड़े क्षेत्रों में समझौते किए | इनमें ट्रेड, इन्वेस्टमेंट, डिफेंस समेत अन्य बड़े क्षेत्रों में MoU भी किये गए हैं | इससे देश के आर्थिक विकास के एजेंडे पर राष्ट्रीय मिशन का विस्तार हुआ है | हालाँकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना संकट आने के बाद से ही कोई विदेश की यात्रा नहीं की है |
फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दौरे के बाद किसी बड़े विदेशी नेता का दौरा भी नहीं हुआ है | इस अवधि में पीएम मोदी विदेशी नेताओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संपर्क में हैं | उन्होंने कई अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है | इसी हफ्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संयुक्त राष्ट्र में संबोधन देना है, जो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए ही होगा | प्रधानमंत्री के सफल विदेशी दौरों को लेकर सत्तापक्ष ने मेज थप थपाकर स्वागत किया |