छत्तीसगढ़ में लॉकडाउन के बावजूद शराब की घर पहुँच सेवा से शराबी मस्त , साढ़े 3 लाख की अंग्रेजी शराब की खेप के साथ 4 आरोपी गिरफ्तार , प्रदेश में कई दिनों से शराब दुकानें बंद होने के बावजूद शराबियों ने धारण की शांति 

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बलौदाबाजार / छत्तीसगढ़ में पिछले डेढ़ हफ्ते से लॉकडाउन की वजह से शराब दुकानें , बार , रेस्टारेंट और क्लब बंद पड़े हैं |  लेकिन जरूरतमंदों को इसकी खेप घर बैठे मुहैया हो रही है | बलौदाबाजार में शराब की अवैध तस्करी का खुलासा हुआ है | एक सूचना के बाद प्रशिक्षु आईपीएस अंकिता शर्मा ने अपने टीम के साथ दबिश देकर 80 पेटी अंग्रेजी शराब जब्त किया है  | पुलिस ने शराब के साथ 4 आरोपियों को भी धर दबोचा है |  मामला बालौदाबाजार जिले के पलारी थाना क्षेत्र के अमेरा गांव का है | 

 मिली जानकारी के मुताबिक कुछ दिनों से लॉकडाउन के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में अवैध शराब की घर पहुँच सप्लाई होने की सूचना पुलिस को मिली थी | इसके आधार पर पुलिस ने अपना जाल बिछाया | ग्राम अमेरा और खम्हरिया के कुछ लोगों ने  मध्यप्रदेश से शराब छत्तीसगढ़ में ठिकाने लगाए जाने की जानकारी दी | पुलिस ने गांव के एक झोपड़ी नुमा मकान में दबिश देकर भारी मात्रा में अवैध शराब जप्त की | जिसकी कीमत करीब 3 लाख 50 हजार रूपए आंकी गई है | पुलिस ने शराब की अवैध तस्करी के आरोप में राकेश सोनवानी , सुदेश सोनवानी , उमेश साहू और पिंटू चंद्राकर को गिरफ्तार किया है | उनके खिलाफ धारा 34(2) आबकारी एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है | 

बताया जाता है कि छत्तीसगढ़ लॉक डाउन के बावजूद शराबियों ने कोई उत्पात नहीं मचाया | ना तो वे शराब की तलब के चलते अपने घरों से बाहर आये और ना ही शराब की मांग को लेकर कोई हंगामा किया | बताया जाता है कि लॉक डाउन के मद्देनजर तस्करों ने शराब की घर पहुँच सेवा का व्यापक इंतजाम किया है | पुलिस और प्रशासन की नजरों से बचते हुए तस्करों ने अपने ग्राहकों का बखूबी ध्यान रखा | नतीजतन लॉक डाउन का पालन करने में शराबियों ने अहम भूमिका निभाई | जानकारी के मुताबिक प्रदेश के समस्त जिलों में शराब तस्करों ने अपनी जड़े जमाई हुई है |