मानसून सत्र में ससंद से सुप्रीम कोर्ट तक बहस, नीट विवाद पर भिड़ा विपक्ष, सरकार ने छात्रों के हित में उठाये गए कदमों से सदन को कराया अवगत, शिक्षा मंत्री ने स्वीकारा पेपर लीक हुआ, कांग्रेस पर पलटवार- पूरी परीक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाना गलत……

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नई दिल्ली: संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही शुरू हो गई है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट में भी नीट पेपर लीक मामले को लेकर चीफ जस्टिस की बेंच में सुनवाई जारी है। सदन में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने स्वीकारा कि नीट पेपर लीक हुआ था। लेकिन उन्होंने राहुल गांधी के बयानों पर ऐतराज जताया। प्रधान ने कहा कि पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़े करना गलत है। जबकि दोषियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही जारी है। सरकार कोर्ट में भी अपना पक्ष रख रही है।

उधर सुप्रीम कोर्ट में नीट को लेकर दायर लगभग 40 याचिकाओं पर सुनवाई शुरू हो गई है। CJI ने केंद्र से पूछा है कि शहरवार और केन्द्रवार डाटा से क्या पता चलता है ? उधर सदन में इस मामले को लेकर हंगामा जारी है। कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि ‘देश में इस समय सबसे ज्वलंत मुद्दा नीट परीक्षा का है। इसे लेकर काफी विवाद चल रहा है। साथ ही कांवड़ यात्रा, जम्मू कश्मीर के मुद्दे भी गंभीर हैं। महंगाई और अग्निपथ योजना का मुद्दा भी उठाया जाएगा।

केसी वेणुगोपाल ने सरकारी कर्मचारियों के आरएसएस की गतिविधियों में शामिल होने की छूट के फैसले की भी आलोचना की और कहा कि सरकार ने जनादेश से ऐसा लगता है कि कोई सीख नहीं ली है।’ लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही नीट यूजी परीक्षा के कथित पेपर लीक के मुद्दे पर हंगामा शुरू हो गया है। शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान नीट मुद्दे पर बयान दे रहे थे, जिस पर विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। विपक्ष का आरोप है कि नीट विवाद की वजह से कई छात्रों की मौत हुई। 

राहुल गांधी के आरोपों का जवाब देते हुए केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। पूरी परीक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाना गलत है। मुझे जनता ने चुनकर सदन में भेजा है और मुझे किसी के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नीट मुद्दे पर अपनी बात रखी और कहा कि नीट विवाद से लाखों छात्र प्रभावित हैं। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि परीक्षा व्यवस्था में बड़ी खामियां हैं और पैसे के बल पर सौदा संभव है। राहुल गांधी ने कहा कि परीक्षा व्यवस्था में जो भी खामियां हैं, उन्हें दूर किया जाना चाहिए।