कानपुर / उत्तर प्रदेश में लगभग ज्यादातर जिलों में डग्गामार वाहनों को केवल कागजों में पास कर दिया जाता है उन वाहनों को पास किया जाता है जिस की फिटनेस हो ही नहीं सकती क्योंकि पूरी तरह से धक्का मार वाहन रोड पर दरअसल चलने योग्य ही नहीं होते इसके बावजूद परिवहन विभाग अपनी जेब भर कर इन वाहन डग्गामार वाहनों फिटनेस को मंजूरी दे देते हैं और यही डग्गामार वाहन मौत की सवारी बनकर सड़कों पर दौड़ते दिखाई पड़ते हैं और दुर्घटनाओं को दावत देते हैं इसी तरह का एक मामला उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले से आई है, जहां एक भीषण सड़क हादसा हो गया है | इस हादसे में 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है | जबकि 22 लोग घायल हो गए। वहीं, इस घटना से आसपास के इलाके में सनसनी फैल गई है |
जानकारी के मुताबिक, मामला कानपुर देहात की भोगनीपुर कोतवाली क्षेत्र का है | कहा जा रहा है कि क्षेत्र स्थित हाईवे पर एक तेज रफ्तार ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गया | जिससे ट्रोला में सवार 22 लोग उसके नीचे दब गए | इस हादसे में 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई | वहीं, अन्य 16 मजदूरों को कड़ी मशक्कत के बाद निकाला जा सका | इनमें से आठ मजदूरों को गंभीर चोटें आई हैं, जिनमें से एक की हालत नाजुक बनी हुई है | वहीं अन्य 8 को मामूली चोटें आई हैं, जिन्हें प्राथमिक उपचार देने के बाद उनके परिजनों के पास छोड़ दिया गया है |
ट्रोला में सवार महिला मजदूर श्यामा देवी ने बताया कि यह सभी मजदूर हमीरपुर जिले के रहने वाले हैं जो इटावा की ओर जा रहे थे | इन सभी को इटावा में कोयला छनाई का काम मिला था जिसके लिए यह सभी हमीरपुर से निकले थे | महिला के अनुसार, ट्रॉली चालक तेज आवाज में गाने बजा रहा था और गाड़ी गलत ढंग से चला रहा था | इसके चलते ट्रॉली पलट गया | इस हादसे में मरने वालों में मासूम बच्चे भी शामिल हैं | वहीं, हादसा होते ही मौके पर चीख-पुकार मच गई |
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आनन-फानन में हाईवे से गुजर रहे वाहनों ने अपने वाहन रोककर लोगों को निकालना शुरू किया | साथ ही मामले की सूचना भोगनीपुर कोतवाली पुलिस को दी | सूचना मिलते ही भोगनीपुर कोतवाल थाना फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और आला अधिकारियों को भी घटना की जानकारी द | इस हादसे में घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए पुखराया के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भेजा गया है, जहां से उन्हें कानपुर देहात के माती जिला अस्पताल में रेफर किया गया |