पलक्कड़ / केरल के पलक्कड़ में अट्टापड़ी में एक जंगली हाथी की मौत हो गई है। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस हाथी के मुंह में चोट लगी थी। इस हाथी की आयु 25 से 30 साल के बीच मानी जा रही है। वन विभाग के अधिकारियों ने पिछले महीने इसका इलाज भी किया था। अधिकारियों को जब यह हाथी मिला था तब इसके मुंह में चोट थी। यह कमजोर था और चोट के कारण कुछ खाने-पीने में असमर्थ था। अधिकारियों ने बताया कि हाथी के मुह में चोट लगी थी, इसकी जीभ भी घायल थी। लेकिन, हाथी के जबड़े पर कोई चोट नहीं थी।
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वन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि हाथी को ट्रैकिंग कॉलर लगाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन वह इससे पहले ही इलाके से चला गया था। यह हाथी बुधवार की सुबह अट्टापड़ी के जंगल में मृत मिला। इस हाथी ने राज्य में 17 घर और कोयंबटूर में आठ घर तोड़े थे | अधिकारियों ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि हाथी को चोट कैसे लगी। स्थानीय लोग उसे बुलडोजर बुलाते थे क्योंकि यह चावल और अन्य खाने की वस्तुओं के लिए घर तोड़ देता था या खिड़की तोड़ देता था।
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इससे पहले इसी साल मई में एक गर्भवती हथिनी की कुछ शरारती तत्वों द्वारा पटाखे भरे फल खिलाए जाने के बाद मौत हो गई थी। इस घटना के बाद से पशु निर्ममता को लेकर लोगों में काफी आक्रोश देखने को मिला था। वहीं, अगाली जंगल में इस साल जुलाई में एक पांच वर्षीय हाथी की मौत हो गई थी।