जिन्न उपलब्ध कराने का सौदा रुपये 1 करोड़, अनीस और इकरामुद्दीन नामक दो तांत्रिक गिरफ्तार, जिन्न प्रकट नहीं होने के बाद डॉक्टर ने 31 लाख की ठगी को लेकर दोनों तांत्रिकों के खिलाफ दर्ज कराई FIR, अलादीन के फर्जी चिराग कों लेकर पीड़ित डॉक्टर पहुंचा पुलिस की शरण में

0
4

मेरठ / दो तांत्रिकों ने जिन्न को काबू में करने और उसे गुलाम बना कर एक डॉक्टर के समक्ष पेश करने की रहस्मय कहानी गढ़ी | उन्होंने इस जिन्न का एक करोड़ में सौदा भी तय कर दिया | एक पढ़ा लिखा डॉक्टर इन तांत्रिकों के जाल में उलझता चला गया | दरअसल दोनों तांत्रिकों ने उसे आधी रात में जिन्न के प्रकट करने और मनमांगी मुराद पूरी करने की कहानी सुनाई थी | तांत्रिकों ने उसे भ्रमजाल और सम्मोहन के जरिये ऐसा अपने वश में किया कि ये डॉक्टर पूरी तरह से उनके कब्जे में फंस गया | किस्से कहानियों में अक्सर हर किसी ने जिन्न की दास्तान सुनी है | क्या हुक्म है मेरे आका…? कुछ ऐसे वाक्य कहते हुए ही जिन्न उस चिराग से बाहर निकल आता है, जिसे अलादीन ने अपने हाथों में थामा हुआ था | ऐसे ही किस्से कहानियां अब कुछ तांत्रिकों के लिए आमदनी का जरिया बन गया है |

प्रतीकात्मक तस्वीर

कई फिल्मों और रहस्मय कहानियों में जिन्न अपने आका की हर मुराद पूरी करते नजर आ है | ऐसे कई किस्से कहानियां हम बचपन से लेकर अभी तक पढ़े और फिल्मों में देखते आए है | अलादीन का चिराग वास्तव में किसी किवदंती और दंतकथा से कम नहीं | बताया जाता है कि ऐसी कथाओं में चिराग रगड़ते ही विशालकाय जिन्न अपने आका के सामने आकर खड़ा हो जाता है | फिर वो अपने मालिक का हुक्म सुनकर उसे पूरा करता है | मौजूदा युग में भी ये अन्धविश्वास लोगों के मन में घर जमा चूका है | वो भी डॉक्टर जैसे शख्स के | जिसके कंधों पर विज्ञानं के प्रचार – प्रसार की जवाबदारी हो | अरसे बाद इसी अलादीन के चिराग के जरिये ठगी की दास्तान मेरठ में सुनाई दे रही है |

प्रतीकात्मक तस्वीर

मेरठ के एक थाने में अलादीन का चिराग लेकर एक शख्स पहुंचा था | इस चिराग से जिन्न तो प्रकट नहीं हुआ लेकिन उसने बताया कि इस चिराग को पाने के लिए उससे 31 लाख ठग लिए गए | पुलिस ने जब मामले की तफ्तीश शुरू की तो जल्द ही दो शातिर तांत्रिक अनीस और इकरामुद्दीन पुलिस के हत्थे चढ़ गए | दोनों ने अलादीन के चिराग के सहारे मेरठ के प्रतिष्ठित डॉक्टर लईक अहमद खान को सवा करोड़ रुपये का चूना लगाने की साजिश रची थी | हालाँकि डॉक्टर साहब की आंखे उस वक़्त खुली जब वो 31 लाख की ठगी का शिकार हो चुके थे | ब्रहमपुरी थाना इलाके के रहने वाले डॉ लईक अहमद खान से अनीस और इकरामुद्दीन नाम के दो शख्स कुछ माह पूर्व मिले थे | डॉक्टर लईक अहमद इन दोनों ही तांत्रिकों की मां का इलाज करते करते उनके झांसे में आ गए |

प्रतीकात्मक तस्वीर

उन्होंने जिन्न पाने की चाहत में तंत्र साधना भी शुरू कर दी | दरअसल, उन्होंने इस डॉक्टर को समझाया कि उनके पास अलाद्दीन का चिराग है और वो मनमांगी मुराद पूरी करता है | डॉक्टर इनके झांसे में आ गया | उन्होंने सवा करोड़ में इस अलादीन के चिराग का सौदा किया | दोनों तांत्रिकों ने कई मौकों पर चिराग को रहस्मई रोशनी में तब्दील कर डॉक्टर साहब को सम्मोहित कर लिया | उधर वे भी तांत्रिकों के बिछाए जाल में फंसते चले गए | उन्होंने 31 लाख रुपये की पहली क़िस्त तांत्रिकों को सौंप दी | डॉक्टर साहब की तंत्र साधना ने अलादीन का चिराग जब नहीं जला तो उन्हें अपने ठगे जाने का अहसास हुआ |

प्रतीकात्मक तस्वीर

हालाँकि तब तक दोनों ही तांत्रिक लाखों की रकम उड़ा चुके थे | उन्होंने ब्रहमपुरी थाने में ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया | उनकी शिकायत के बाद पुलिस ने आरोपी अनीस और इकरामुद्दीन को गिरफ्तार कर अलादीन का चिराग समेत 20 हजार की नकदी, खडाऊं, पत्थर का टुकड़ा समेत तंत्रमंत्र में उपयोग आने वाली कई वस्तुए बरामद की है | तांत्रिक इकरामुद्दीन की पत्नी समीना की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न इलाकों में दबिश भी दी जा रही है | 

ये भी पढ़े : छत्तीसगढ़ में PHE विभाग मे 10 हज़ार करोड़ के घोटाले और भ्रष्टाचार का दुबई कनेक्शन, कई नौकरशाहों की ब्लैक मनी ठिकाने लगाने वाले हॉर्टिकल्चर माफिया ने टेंडरों की शर्तों और कमीशन को किया मैनेज, टेंडर रद्द होने के बाद कमीशन का पूर्व भुगतान करने वाले ठेकेदारों को पिछले रास्ते से काम दिलाने का वादा चर्चा में