दौसा / देश 21वीं सदी की रेस में दौड़ रहा है लेकिन आज भी महिलाओं को बेचा जाता है और खरीदा जाता है। यह घटना सभ्य समाज के लिए धब्बा है वहीं ऐसा करने वाले अपराधियों में पुलिस का खौफ नहीं है या यूं कहें कि पुलिस के ढीले रवैये से ऐसे अपराधी सक्रिय रहते हैं।दरसअल ,यह दास्तां है बिहार की एक नाबालिग लड़की की | करीब तीन साल पहले उसका बिहार से अपहरण किया गया | उसके बाद उसे जगह-जगह बेचा गया और जमकर देह शोषण किया गया | नाबालिग के परिजन बिहार पुलिस से उसे ढूंढने मिन्नतें करते रहे. लेकिन उसके कानों पर जूं तक नहीं रेंगी | वह नाबालिग के चरित्र पर सवाल उठाकर परिजनों को टरकाती रही | अब परिजनों को जब पीड़िता मिली तो उसकी गोद में 2 बच्चे हैं |
देह शोषण के बाद बिन ब्याही 2 बच्चों की मां बनी इस पीड़िता को राजस्थान के दौसा से बरामद किया गया है | यहां उसे पांच लाख रुपये में बेचा गया था | बिहार पुलिस अब खानापूर्ति करने आयी और पीड़िता को लेकर गई है | पीड़िता के भाई ने जब अपनी बहन की हालत देखी उसके बाद से उसकी आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं | पुलिस के अनुसार बिहार के जहानाबाद से जून 2018 में एक नाबालिग का अपहरण हुआ जिसके बाद नाबालिग के परिजनों ने थाने में अपहरण का केस दर्ज कराया और आरोपियों को नामजद भी किया। इन आरोपियों में एक हिमाचल प्रदेश का और बाकी सभी बिहार के रहने वाले बताये जा रहे हैं | आरोपियों की यह गैंग लड़कियों और महिलाओं का अपहरण कर उन्हें बेचने का गंदा धंधा करती है | इस गैंग में एक महिला भी शामिल है | उसी महिला ने इस नाबालिग को फंसाया और उसे अपहरण करवाकर पहले उत्तर प्रदेश के नोएडा और फिर राजस्थान के दौसा तक भिजवा दिया |
इधर नाबालिग के परिजन चिंतित होते रहे और स्थानीय एसएसपी से लेकर बिहार के डीजीपी तक शिकायत लेकर चक्कर काटते रहे। एक ही मांग करते रहे कि उनकी बेटी और बहन को वापस ला दो। लेकिन उनका आरोप है कि बिहार पुलिस ने पीड़िता के परिजनों का बिल्कुल भी सहयोग नहीं कर रही थी। परिजनों को यह कहकर टरका दिया जाता था कि आपकी लड़की प्रेम प्रसंग के चलते भाग गई। जिसके बाद नाबालिग का भाई दिन-रात पुलिस और प्रशासन के चक्कर काटता रहा और अपने स्तर पर ही कॉल डिटेल और मोबाइल की लोकेशन ट्रेस करता रहा।
जब नाबालिग के भाई को पता चला कि उसकी बहन राजस्थान के दौसा में है तो वह फिर थाने में गया और पुलिस को साथ लेकर दौसा आया | इसके बाद बिहार पुलिस दौसा की सदर थाना पुलिस के सहयोग से गुरुवार को सदर थाना क्षेत्र के गांगल्यावास गांव में पहुंची और पीड़िता को बरामद किया | पीड़िता की हालत देखकर उसके भाई का रो रोकर बुरा हाल हो गया | पीड़िता ने मीडिया के सामने तो कुछ नहीं कहा लेकिन अपने भाई को पूरी आपबीती सुनाई | पीड़िता के साथ खरीदारों ने शादी नहीं की और उसके दो बच्चे भी हो गये | उस पीड़िता को कई जगह बेचा गया | दौसा में भी उसे 5 लाख रुपए में खरीदकर लाया गया था |
पीड़िता के भाई का आरोप है कि बिहार पुलिस ने उनका कोई सहयोग नहीं किया | जिन आरोपियों ने उसका अपहरण किया था उन पर आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई | इन आरोपियों में कई बिहार के जहानाबाद के डॉन हैं | पीड़िता के भाई का कहना था कि दौसा पुलिस ने उनका बहुत सहयोग किया है | बिहार पुलिस के एसआई रंजन कुमार ने बताया कि अब बिहार पुलिस महिला को लेकर बिहार के लिए रवाना हो गई है। साथ ही पूरे मामले की जांच की जा रही है कि महिला का अपहरण करने में कौन-कौन लोग शामिल थे और इस महिला को कहां-कहां बेचा गया था और इनके खरीददार कौन-कौन हैं।