दिल्ली /रायपुर : सुप्रीम कोर्ट में आज छतीसगढ़ के बहुप्रतीक्षित नान घोटाले को लेकर ईडी और राज्य सरकार के वकीलों का एक बार फिर आमना-सामना हुआ लेकिन बहस नहीं हुई | कोर्ट में दोनों ही पक्ष अगली तिथि तक सुनवाई के लिए राज़ी हो गए | अब हफ्ते भर बाद फिर कोर्ट रूम में दोनों ही पक्ष टकराएंगे | इस बीच तत्कालीन चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना का दो माह पूर्व ( 31 जुलाई 2022) को रायपुर दौरा “सुर्खियों” में बताया जा रहा है | बताते है कि इस दौरे से कानून के छात्रों ,वकीलों और जानकारों को उनके उद्बोबोधन से कोर्ट कचहरी के कार्यो को अच्छी तरह से समझने का मौका मिला था |
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सुप्रीम कोर्ट में 36 हजार करोड़ के नान घोटाले को लेकर मामला साल भर से अटका हुआ है | पूर्व जस्टिस एनवी रमन्ना के कार्यकाल में ईडी ने आधा दर्जन से अधिक मौको पर अर्जेंट हियरिंग और मेंशन जैसी कानूनी प्रक्रियाओ पर जोर दिया | लेकिन तत्कालीन चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना की कोर्ट से तारीख पे तारीख मिलती रही |
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नतीजतन नान घोटाला महीने दर महीने खिसकता रहा | बताया जाता है कि उनके कार्यकाल में इस केस में कोई खास प्रगति नहीं हुई |इससे पूर्व की तत्कालीन चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना नान घोटाले के प्रकरण पर गौर फरमाते अगस्त 2022 में उनका कार्यकाल ख़त्म हो गया | आमतौर पर माना जाता है कि सुप्रीम कोर्ट में पूर्व प्रकरणों का बोझ,दिनों दिन बढ़ते मामले और कार्य की व्यस्ता के चलते पूर्व चीफ जस्टिस आरवी रमन्ना नान घोटाले के प्रकरण को अंजाम तक नहीं पहुंचा पाए है |
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लेकिन मौजूदा चीफ जस्टिस यूयू ललित ने अपने हफ्ते भर के कार्यकाल में इस घोटाले के गुनाहगारो को सामने लाने की नींव रख दी है | उन्होंने अन्य प्रकरणों की तर्ज़ पर नान घोटाले के मामले को प्राथमिकता से आगे बढ़ाने में सक्रियता दिखाई है | इससे छत्तीसगढ़ ही नहीं बल्कि देश में बढ़ते भ्रस्टाचार पर रोक लगाने की उनकी मंशा से आम जनता के बीच अच्छा सन्देश जा रहा है | छत्तीसगढ़ के लगभग 36 हजार करोड़ के नान घोटाले की “तह” तक जाने के रास्ते को वे “साफ़” कर रहे है | इससे न्यायपालिका के प्रति लोगो के विश्वास में भी इजाफा हो रहा है | उनकी सक्रियता से सुप्रीम कोर्ट में लंबित मामलो के निपटारे में तेजी आने की उम्मीद बंधी है |
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उधर रिटायरमेन्ट के करीब महीने भर पहले तत्कालीन चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना का रायपुर दौरा कामयाबी की ओर अब भी कदम बढ़ा रहा है | बताया जा रहा है कि उनके “प्रवचन” राजनैतिक और अदालती गलियारों में अचानक गूंजने लगे है | रायपुर प्रवास में तत्कालीन चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना ने “हिदायतुल्ला लॉ यूनिवर्सिटी” के दीक्षांत समारोह में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ मंच शेयर किया था |
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बतौर कार्यक्रम अध्यक्ष मुख्यमंत्री बघेल उनके साथ आसन में विराजमान थे | जबकि मुख्यअतिथि के रूप में उन्होंने शिरकत की थी | कार्यक्रम में जस्टिस रमन्ना ने छात्रों को काफी सीख दी | मुख्यमंत्री बघेल से भी छात्रों को रूबरू होने का मौका मिला | हालाँकि इस कार्यक्रम के उपरांत कार्यक्रम अध्यक्ष बघेल और मुख्यअतिथि ने “सुरुचि भोज” के दौरान विचार विमर्श भी किया | दावा किया जाता है कि बतौर “प्रोटोकॉल” सीएम बघेल ने इस कार्यक्रम में शिरकत की थी | कार्यक्रम की रुपरेखा भी काफी पहले तय कर ली गई थी |इसमें योगदान देने वालो की इन दिनों खूब पूछ परख हो रही है |
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हालाँकि इस कार्यक्रम के ठीक उपरांत एक अन्य कार्यक्रम में बघेल-रमन्ना दोनों एक-दूसरे के करीब आने का मौका मिला | छत्तीसगढ़ शासन द्वारा आयोजित यह सम्मान समारोह कई मायनों में बेहतर बताया जा रहा है | दरअसल,इस कार्यक्रम में जस्टिस रमन्ना का मुख्यमंत्री बघेल ने “परम्परागत” ढंग से स्वागत किया था | मुख्यमंत्री बघेल ने जस्टिस एनवी रमन्ना का “साल श्रीफल” के साथ “स्वागत सत्कार” कर तारीफ़ की |
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उनके छत्तीसगढ़ आगमन पर अभिनंदन और धन्यवाद ज्ञापित कर वे काफी गदगद भी नजर आये | परम्परागत स्वागत-सत्कार के बाद जस्टिस एनवी रमन्ना ने भी मुख्यमंत्री बघेल की तारीफ़ के “पुल बांधे” | रायपुर में यादगार क्षणों को बिताकर तत्कालीन चीफ जस्टिस ने अगले पड़ाव की ओर अपने कदम बढ़ाए थे |अब उनके पदचिन्हो पर कुछ “खास” कदम तेजी से बढ़ रहे है | कुछ को तो उन पदचिन्हो पर मंजिल नजर आने लगी है | सूत्र बताते है कि तत्कालीन चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना का यह दौरा कई मायनो में कामयाब रहा | उनके “श्री वचनो’ को सुनकर कानून के छात्रों और अधिवक्ताओ को काफी कुछ सीखने और समझने का मौका मिला | कुछ छात्रों को तो उनकी “कथा-अमृत” अब जाकर समझ में आई है | वो बताते है कि पूर्व जस्टिस एनवी रमन्ना से “गूढ़ रहस्य” सीखने के लिए उन्हें दोबारा रायपुर आमंत्रित किया जाएगा |
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इधर मौजूदा चीफ जस्टिस यूयू ललित ने कार्यभार संभालते ही अपने हफ्ते भर के काम-काज का ब्यौरा जनता के सामने पेश कर नई मिशाल कायम की है | उन्होंने चंद दिनों में ही वर्षो से लटके कई प्रकरण देखते ही देखते निपटा दिए | मौजूदा चीफ जस्टिस यूयू ललित इस मामले में दिन दोगनी रात चौगनी प्रगति कर रहे है |
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बहराहल छत्तीसगढ़ के चर्चित नान घोटाले पर अगले सोमवार एक बार फिर “टीम भूपेश बघेल” और ईडी का आमना-सामना होगा | इस बार परिणामो को लेकर ऊंट किस करवट बैठता है ,देखना गौरतलब है | फिलहाल तो दोनों ही पक्ष आशानुरूप कामयाबी का बेसब्री से इंतज़ार कर रहे है |