नई दिल्ली: दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में सीमित संसाधन की वजह से मरीजों का मर्ज बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि एलएनजेपी अस्पताल में एमआरआई जांच के लिए एक-दो महीने नहीं, बल्कि चार साल बाद 2028 की डेट दी जा रही है। नतीजा यह हो रहा है कि जांच नहीं होने से दूसरे राज्यों से इलाज कराने आए मरीजों की तबीयत बिगड़ रही है।
जानकारों के मुताबिक, एलएनजेपी अस्पताल में दूसरे राज्यों से इलाज कराने आने वाले मरीजों की परेशानी लंबी वेटिंग की वजह से बढ़ गई है। 20 सितंबर को अपना इलाज कराने पहुंचे एक मरीज को डॉक्टरों ने सीटी एमआरआई कराने की सलाह दी। जब मरीज लैब पहुंचा तो उसे 14 जनवरी 2028 की डेट दे दी गई, जिसकी वजह से मरीज परेशान है। वहीं, सोशल मीडिया पर भी मरीज का पर्चा वायरल हो रहा है।
एलएनजेपी में एमआरआई ही नहीं, बल्कि अल्ट्रासाउंड की जांच के लिए भी मरीजों को लंबी डेट दी जाती है। इसके कई मामले भी आ चुके हैं। लिहाजा, मरीजों को वेटिंग से छुटकारा दिलाने के लिए अस्पताल प्रशासन ने सरकार को मशीन की संख्या बढ़ाने के लिए प्रपोजल भी भेजा, लेकिन कई महीने बीतने के बाद भी नई मशीन नहीं आई। ऐसे में दिल्ली से बाहर से आए मरीजों को जांच के लिए लंबी वेटिंग का दर्द झेलना पड़ रहा है।