अब कमजोर पड़ा चक्रवाती तूफान ‘निवार’, समुद्र तट से टकराने के बाद ऐसे बने हालात, तमिलनाडु के 16 जिलों में आज भी छुट्टी घोषित, अलर्ट जारी

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नई दिल्ली / चक्रवाती तूफान ‘निवार’ बुधवार की देर रात तमिलनाडु और पुडुचेरी के समुद्र तट से टकराया। तूफान के चलते कई इलाकों में तेज बारिश हुई। तमिलनाडु के 16 जिलों में आज भी छुट्टी घोषित की गई है, जबकि चेन्नई, कुडुलोर, महाबलीपुरम में तेज बारिश के चलते सुरक्षा दलों को अलर्ट पर रखा गया है। फिलहाल हालात काबू में हैं और लोगों को तटीय इलाकों से दूर रहने की चेतावनी जारी की गई है।

चक्रवाती तूफान निवार बुधवार की रात 11.30 बजे से लेकर रात 2.30 बजे तक लैंडफॉल हुआ। इसके बाद लगातार तूफान की रफ्तार कम होती गई। पुदुचेरी से आगे अब हवा की रफ्तार कम होकर 65 से 75 किलोमीटर प्रतिघंटा रह जाएगी। तूफान का असर कई इलाकों में साफ नजर आया। इस बीच जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी होने से उत्तर भारत में ठंड बढ़ गई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और इसके पड़ोसी शहरों में हवा की गति धीमी होने के कारण वायु की गुणवता खराब होकर गंभीर श्रेणी में पहुंच गई है।

तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों से चक्रवात ‘निवार’ के मद्देनजर एक लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) प्रमुख एस एन प्रधान ने बताया कि एनडीआरएफ ने बंगाल की खाड़ी से तटीय इलाकों की ओर बढ़ रहे चक्रवात से निपटने के लिए कुल 50 दलों को चिह्नित किया है, जिनमें से 30 टीमों को तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में जमीन पर तैनात किया गया है। विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश), कटक (ओडिशा) और त्रिशूर (केरल) में 20 दलों को तैयार रखा गया है।

प्रधान ने कहा कि चक्रवात के कारण पैदा होने वाली मुश्किल से मुश्किल चुनौती से निपटने के लिए” सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। उन्होंने बताया कि अत्यंत गंभीर चक्रवाती तूफान के कारण 130 से 145 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का पूर्वानुमान है। चक्रवात के मामल्लापुरम और कराईकल के बीच पहुंचने की संभावना है। प्रधान ने कहा, ‘‘ताजा रिपोर्ट के अनुसार, तमिलनाडु से एक लाख से अधिक लोगों और पुडुचेरी से करीब 1,000-2,000 लोगों को स्थानीय प्राधिकारियों और एनडीआरएफ ने बाहर निकाला है।”