भुवनेश्वर. Cyclone Update: मौसम विशेषज्ञों ने इस बार अच्छी बारिश होने की संभावना जताई है. अल नीनो का प्रभाव खत्म होने और ला नीना के प्रभावी होने की प्रबल संभावनाओं के साथ ही इसकी झलक भी देखने को मिलने लगी है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव वाला क्षेत्र बनने से ओडिशा के उत्तरी जिलों में बारिश होने की संभावना है. बुधवार को भारत मौसम विभाग (IMD) ने यह जानकारी दी. मौसम विज्ञानियों ने तटीय क्षेत्रों में तेज बारिश होने की संभावनाओं के बीच मछुआरों और तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वालों के लिए चेतावनी जारी की है.
IMD ने कहा कि उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तट से दूर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ने की संभावना है और 24 मई की सुबह तक दबाव में बदल जाएगा. IMD ने कहा, ‘दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव में उत्तरी तमिलनाडु और दक्षिणी आंध्र प्रदेश के तटों से दूर बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बना है.’ आईएमडी ने 24 मई से बालासोर जिले के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश (सात सेंटीमीटर से 11 सेंटीमीटर) और अन्य उत्तरी ओडिशा जिलों में मध्यम वर्षा का अनुमान लगाया है.
मछुआरों को चेतावनी
IMD ने मछुआरों को 23 और 24 मई को समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है, क्योंकि समुद्र की स्थिति खराब से बहुत खराब होने की आशंका है. मछुआरों को 23 मई तक तट पर लौटने की सलाह दी गई है. मौसम विभाग ने कहा कि 22 मई को दक्षिण बंगाल की खाड़ी के ऊपर 35-45 किमी प्रति घंटे से लेकर 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. 23 मई की सुबह से मध्य और इससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी में यह धीरे-धीरे बढ़कर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 60 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगा.
70 किलोमीटर की रफ्तार से चलेगी हवा
आईएमडी ने कहा कि यह 24 मई की सुबह से 50-60 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर बंगाल की खाड़ी के आसपास के क्षेत्रों में और 25 मई की सुबह से उत्तर-पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे उत्तर-पश्चिम और पूर्व मध्य बंगाल की खाड़ी में 24 घंटे तक चलेगा. ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) ने जिलाधिकारियों को सतर्क रखने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का अनुरोध किया.