झाबुआ / बर्ड फ्लू ने भारतीय क्रिकेट टीम के ऑल राउंडर रहे महेंद्र सिंह धोनी को भी तगड़ा झटका दिया है। रांची रवाना होने से पहले धोनी के कड़कनाथ मुर्गों और उनके चूजों को मारा गया। अंदेशा जाहिर किया गया कि उनमे बर्ड फ्लू का वायरस मौजूद था। देश के कई राज्यों में बर्ड फ्लू का क़हर देखने को मिल रहा है। इसके वायरस पूरे देश में तेजी से फैल रहे है।
जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश के झाबुआ के कड़कनाथ मुर्गे इससे सबसे ज्यादा प्रभावित हुए है। बताया जाता है कि बर्ड फ्लू की चपेट में वह 2000 चूजे भी आ गए जिनका ऑर्डर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने झाबुआ के एक पॉल्ट्री फॉर्म को दिया था। झाबुआ के इस कड़कनाथ फार्म भी बर्ड फ्लू की मार पड़ी है। बताया जाता है कि भारतीय क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी ने इस फार्म को 2000 मुर्गो का आर्डर दिया था | लेकिन उनके फार्म में ये मुर्गे भेजे जाते इससे पूर्व वे संक्रमित पाए गए।
झाबुआ के कई फार्मों में महीने भर से कड़कनाथ की खरीदी करने वालों का ताँता लगा था। अभी 15 दिन पहले तक सभी फार्म पर कड़कनाथ मुर्गो की खरीदी – बिक्री जोरो पर थी। लेकिन अब वहां वीरानी छाई हुई है। लगभग सभी फार्मों में मुर्गो की आवाज के बजाये वेटेनरी विभाग के कर्मियों की गूंज सुनाई दे रही है।
बताया जाता है कि यहाँ के कई फार्मों को देश भर में चूजों की सप्लाई का आर्डर मिला था। लेकिन अब उन्हें बड़ा नुकसान झेलना पड़ा रहा है। फार्मिंग कारोबार से जुड़े लोग बताते है कि धोनी ने 2000 चूजों का ऑर्डर दिया था। इसी तरह और भी कई लोगों के आर्डर थे। चूजों की डिलीवरी दिसंबर में बारिश होने की वजह से आगे बढ़ा दी गई थी। अब उन्हें भेजा जाता इससे पहले उनका मरना शुरू हो गया। एक ही फार्म में बीते 7 दिनों से रोजाना 300 से 400 चूजे और मुर्गे मर रहे है। मरे हुए मुर्गे की रिपोर्ट में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है। रिपोर्ट आने के बाद पशुपालन विभाग के अमले और राजस्व विभाग के अमले ने जीवित और मृत मुर्गो को पीपीई किट पहनकर बरामद किया और जिंदा मुर्गों को मारकर जंगल में गड्ढा खोदकर दफना दिया।