
श्रीनगर, 14 अगस्त 2025 — पहलगाम हमला के बाद घाटी में सुरक्षा बलों द्वारा आरंभ किए गए अभियान के तहत भारतीय सुरक्षा बलों ने रविवार को उत्तर कश्मीर के हंदवाड़ा के करालखुद इलाके से लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया। तीनों के पास से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किए गए हैं।
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा बलों को खुफिया तंत्र से जानकारी मिली थी कि नॉर्थ कश्मीर में कुछ आतंकवादी छिपे हुए हैं। सूचना के बाद आर्म्ड फोर्सेज ने ताबड़तोड़ कार्रवाई शुरू की और करालखुद में घेराबंदी कर छापेमारी के दौरान आतंकवादियों को दबोच लिया गया। फिलहाल उनसे गहन पूछताछ की जा रही है ताकि उनके अन्य साथियों और नेटवर्क का पता लगाया जा सके। सुरक्षा एजेंसियां यह पता लगाने की कोशिश कर रही हैं कि इनके आकाओं की पहचान कहां बैठती है और निर्देश कहां से दिए जा रहे थे
यह गिरफ्तारी पहलगाम हमले के बाद सुरक्षा बलों की सतत छापेमारी और आतंकवाद विरोधी अभियान का प्रत्यक्ष परिणाम मानी जा रही है। अधिकारियों ने कहा है कि घाटी में हर दिन आतंकवादियों को भारी चोट पहुंचाई जा रही है — कुछ को जिंदा गिरफ्तार किया जा रहा है तो कुछ मुठभेड़ों में ढेर हो रहे हैं।
दूसरी तरफ कुलगाम में पिछले 11 दिनों तक चला एंटी-टेरर ऑपरेशन आधिकारिक तौर पर समाप्त कर दिया गया है। दक्षिण कश्मीर के घने अखल जंगलों में चलाया गया यह अभियान लंबाई और कठिनाई के लिहाज से अब तक के सबसे बड़े अभियानों में से एक था। शुरुआती मुठभेड़ों के बाद आतंकवादी भागने में सफल रहे और इसलिए पूरे समूह को समाप्त किए बिना ही अभियान समाप्त कर दिया गया। इस मुठभेड़ में सेना के दो जवान शहीद हुए जबकि एक स्थानीय आतंकवादी मारा गया।
सुरक्षा बलों ने कुलगाम के अखल क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी की विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिलने के बाद व्यापक घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया था। अधिकारियों ने बताया कि यह इलाका घने जंगल और पहाड़ी रास्तों के कारण आतंकवादियों के लिए पहले से ही सुरक्षित ठिकाना माना जाता रहा है, इसलिए संचालन में अतिरिक्त चुनौतियां आईं।
पुलिस और सेना के संयुक्त स्रोतों ने कहा है कि गिरफ्तार किए गए आतंकवादियों और कुलगाम अभियान से मिली सूचनाओं का क्रॉस-चेक किया जा रहा है ताकि पहलगाम हमले जैसे मामलों में शामिल संभावित अधिकरों और साजिशकर्ताओं का भंडाफोड़ किया जा सके। सुरक्षा एजेंसियां घाटी में शांति व सामान्य जीवन बहाल रखने के लिए मार्च-से-मार्च स्तर पर सतर्कता बढ़ाए हुए हैं।
सरकारी अधिकारियों ने नागरिकों से सहयोग की अपील करते हुए कहा है कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत सुरक्षा तंत्र को दें। उन्होंने आश्वासन दिया कि सुरक्षाबल कड़ी सतर्कता और जवाबी कार्रवाइयों के जरिए जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रहे हैं।