रिपोर्टर – मनोज सिंह चंदेल
राजनांदगांव / हाल ही में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने पीएम मोदी पर चुटकी लेते हुए कहा था कि “नजरे बदलों नजारे बदल जायेंगे ” ऐसा ही हो रहा है छत्तीसगढ़ में | अब यहां के नज़ारे बदल रहे है | लिहाजा जैसा राज्य वैसी खबरे वर्ना फेक न्यूज का मुहर लगाकर पत्रकारों को प्रताड़ित करने के लिए सरकार तैयार खड़ी है | लिहाजा नए अंदाज में पढ़िए इस खबर को | क्योकि नजरे बदलेगी तो नजारे भी बदल जाएंगे |
राजनांदगांव के एक कोविड-19 अस्पताल में मरीजों का इलाज करने के बाद तनाव दूर करने के लिए डाक्टरों ने शराब पार्टी का आयोजन किया था | इस पार्टी में दर्जनों डॉक्टर शामिल हुए | उन्होंने डीजे की धुन में जमकर नाचना-गाना शुरू किया | डीजे का तेज स्वर जब सड़कों और बस्तियों पर पहुंचा तो लोगों ने इसकी शिकायत स्थानीय पार्षद से की | पार्षद ने घटना की जानकारी पुलिस को दी | मौके पर पहुंची पुलिस ने जब पार्टी का नजारा देखा तो वो हैरत में पड़ गई | उसने फौरन डीजे सिस्टम बंद कराया और शराब और बियर की बोतले अपने कब्जे में ली | हालांकि डॉक्टरों ने शराब सरकारी दुकान से ही खरीदी थी | इस ड्यूटी पेड शराब के जरिये उन्होंने अपना योगदान सरकारी तिजोरी में दिया |
ये डॉक्टर एक साथ दो मोर्चो पर डटे हुए है | एक ओर वे पीड़ित कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे है , तो दूसरी ओर सरकारी राजस्व की बढ़ोतरी में अपना आर्थिक योगदान भी दे रहे है | मौके से पुलिस ने चिकन और मटन से बना लजीज खाना भी जब्त किया | इस तरह से घाटे में चल रही पोल्ट्री फार्म और सड़क किनारे चिकन मटन बेचकर अपनी आजीविका चलाने वाले लोगो की सहायता के लिए भी जो बन पड़ा इन डॉक्टरों ने किया | दरअसल राज्य में होटलें और रेस्टारेंट बंद है | यही नहीं बार को भी बंद रखा गया है | इसके चलते डॉक्टरों ने जैसे-तैसे सरकारी दुकान से शराब का बंदोबस्त किया और सरकारी परिसर में ही तनाव दूर करने का बीड़ा उठाया था |
बताया जा रहा है कि राजनांदगांव के पेंड्री क्षेत्र में बने कोविड-19 अस्पताल में लगभग 36 मरीजों का इलाज चल रहा है। उसी परिसर के मेडिकल कॉलेज में हॉस्टल की छत पर जूनियर डॉक्टरों ने तेज आवाज में म्यूजिक सिस्टम बजाते हुए शराब और चिकन पार्टी का आयोजन किया था | जूनियर डॉक्टरों के होहल्ले से तंग आकर लोगों ने पार्षद को शिकायत की और फिर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पार्टी बंद करवाई।
इस पार्टी की आलोचना कर रहे लोगों की दलील है कि कोरोना महामारी के बीच एक जगह पर चार से अधिक लोगों का इकट्ठा होना मना है | इसके लिए धारा 144 लागू की गई है | इसका कड़ाई से पालन भी सुनिश्चित कराया जा रहा है। यही वजह है कि धार्मिक और राजनीतिक रैलियों, प्रदर्शन पर रोक लगाई गई है। शादी समारोह में अधिकतम 50 व्यक्ति को शामिल होने की इजाजत है | अंतिम संस्कार में महज 20 व्यक्तियों को शामिल होने की छूट दी गई है। ऐसे में कोरोना संक्रमण से जंग में प्रथम पंक्ति पर खड़े जूनियर डॉक्टरों ने राजनांदगांव शहर के पेन्ड्री स्थित कोविड-19 मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल से लगे हॉस्टल की छत पर जमकर शराब और चिकन पार्टी की। शिकायत के मुताबिक लगभग 50-60 जूनियर डॉक्टर इस पार्टी में शामिल थे। वहीं म्यूजिक सिस्टम का शोर लगभग 1 किलोमीटर दूर तक सुनाई दे रहा था। रात लगभग 9 बजे शुरू हुई इस पार्टी की तेज आवाज नवागांव क्षेत्र तक पहुंची तो लोगों ने स्थानीय पार्षद राजा तिवारी को मामले की जानकारी दी | इसके बाद राजा तिवारी ने पुलिस से शिकायत की।
पुलिस ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचकर हॉस्टल नंबर 1 की छत पर दबिश दी| शोर-शराबे से भरी इस पार्टी को बंद कराया। पुलिस को आता देख जूनियर डॉक्टर हड़बड़ा गए | आनन-फानन में वह छत से भागने लगे। पुलिस ने मौके पर शराब और बियर की बाॅटल भी बरामद की है । बताया जाता है कि मेडिकल कॉलेज में चल रही पार्टी असल में वर्ष 2014 बैच का कोर्स पूरा होने पर आयोजित की गई थी | अब इन डॉक्टरों की यहां से अलग-अलग शहरों में तैनाती होनी है | इस वजह से जूनियर डॉक्टर काफी दिनों से सामूहिक पार्टी करना चाह रहे थे, लेकिन उन्हें मौका नहीं मिल पा रहा था। ऐसे में उन्होंने हाॅस्टल की छत पर बड़े-बड़े साउंड बॉक्स लगाकर जमकर पार्टी मनाई |
मौैके पर पहुंची पुलिस ने इस मामले की सूचना मेडिकल कॉलेज की डीन रेणुका गहने को भी दी | हालांकि कोरोना वारियर्स के कार्यों को गंभीरता से लेते हुए सभी जूनियर डॉक्टरों को छोड़ दिया गया। इस मामले को लेकर मेडिकल कॉलेज की डीन रेणुका गहने का कहना है कि इस पार्टी के संबंध में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। उन्हे पुलिस के माध्यम से जानकारी मिलने के बाद मामले की पूरी जांच के लिए टीम का गठन किया है |