मॉनसून के दौरान गाज गिर सकती है कोरोना की , जानकार बता रहे है लोगों को सावधानी और सतर्कता बरतनी होगी , बारिश में संक्रमण के फैलने के आसार बढे , पढ़े खोज परख खबर  

0
5

नई दिल्ली वेब डेस्क / भारत में भीषण गर्मी के साथ साथ तापमान 45 से 47 डिग्री पहुंचने के बावजूद कोरोना का संक्रमण खत्म नहीं हुआ बल्कि और बढ़ता चला गया | अब मानसून के दौरान इसकी दूसरी लहर आने का अंदेशा बढ़ गया है | कोरोना की वजह से भारत में आईपीएल समेत कई टूर्नामेंट रद्द हो गए | शादी ब्याह समेत कई आयोजन रद्द हो गए | मई माह में अचानक मरीजों की रफ्तार देश भर में बढ़ गई | अब खबर आ रही है कि जून-जुलाई में यानी मॉनसून के दौरान कोरोना भारत में कहर बरपा सकता है | क्योकि तापमान में गिरावट आएगी और वातावरण में नमी देखने को मिलेगी | ऐसे में यह शोध का विषय है कीं कोरोना कितनी भारी गाज गिरायेगा | इस मुद्दे पर जानकार अध्ययन में जुटे है | उनकी प्राथमिक रिसर्च बता रही है कि बारिश के चार माह लोगो को सतर्कता बरतनी होगी | मेडिकल गाइडलाइन का पालन करना होगा | 

जानकार बता रहे है कि अप्रैल माह में संक्रमण के बढ़ने का औसत ठीकठाक और कंट्रोल में था | लेकिन मई की शुरूआत से ही आंकड़ा तेजी से बढ़ने लगा और 1 लाख 70 हजार से ज्यादा संक्रमित सामने आ गए | मरीजों का औसत भी विदेशों की तुलना में अब उसी रफ्तार से बढ़ना शुरू हो गया | विषेशज्ञ इस बात को लेकर चिंता में है कि जून-जुलाई में संक्रमण और कितना फैलता है | उनके मुताबिक मॉनसून संक्रमण बढ़ाने में कितना सहायक होगा , यह गौरतलब है | उन्हें अंदेशा है कि भारत में कोरोना का कहर सबसे ज्यादा जून-जुलाई में ही देखने को मिलेगा | ऐसे समय लोगों को ज्यादा सतर्कता बरतनी होगी | 

देश और दुनिया के तमाम वैज्ञानिकों ने इस वायरस से बचने के लिए हिंदुस्तान के नाम कोरोना अलर्ट जारी किया है | अलर्ट ये है कि मॉनसून के साथ साथ कोविड-19 का दूसरा दौर शुरू हो सकता है | लिहाज़ा भारत को कोरोना की इस नई मुसीबत के लिए तैयार रहना होगा | दरअसल देश में पहले ही रोजाना कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है | ये आंकड़े 1 लाख 70 हजार के क़रीब पहुंच चुके हैं | देश में लॉकडाउन के बावजूद कोरोना वायरस की रफ्तार कम होने की बजाय अब और तेज़ी से बढ़ रही है | जानकार बता रहे है कि बारिश के मौसम में संक्रमण तेज़ी से फैलता है | इसलिए जनता को मॉनसून के दौरान एक एक कदम फूंक फूंक कर रखना होगा | वरना कोरोना का ग्राफ कितनी ऊपर जायेगा ये कोई नहीं बता सकता | डॉक्टरों और वैज्ञानिकों के मुताबिक कोरोना का ये वायरस मॉनसून के दौरान देश में क्या कोहराम मचाएगा. ये इस बात से तय होगा कि सरकार और समाज इसे कितनी संजीदगी से लेता है |