कोरोना वैक्सीन के आवंटन को लेकर देश में मच सकता है बवाल, धर्म और समुदाय विशेष को वैक्सीन की डोज सप्लाई करने की योजना से देश में साम्प्रदायिकता फैलने का अंदेशा, वैक्सीन के पहले 60 हजार डोज पारसी समुदाय के लिए रिजर्व’ करने के सीरम इंस्टीट्यूट के ऐलान से सकते में देश

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दिल्ली वेब डेस्क / देश में कोरोना के लिए वैक्सीन बना रही फॉर्मा कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट के एक ऐलान से देश में साम्प्रदायिकता फैलने का अंदेशा खड़ा हो गया है | वो भी संक्रमण काल के उस दौर में जब देश का हर समुदाय कोरोना वायरस के खिलाफ बुनियादी जंग लड़ रहा है | ऐसे समय सीरम इंस्टीट्यूट के संस्थापक सायरस पूनावाला अपने पारसी समुदाय के लिए 60 हजार वैक्सीन सुरक्षित रखने का फैसला किया है | वे अपने समुदाय के लोगों को सीधे तौर पर इस वैक्सीन की सप्लाई करेंगे | इस ऐलान के बाद देश में नई तरह की बहस छिड़ गई है | कोई इस फैसले से सहमत हो गए हैं, तो कोई इसे राष्ट्र विरोधी करार दे रहे है | हालाँकि कोरोना की वैक्सीन अभी परीक्षण स्तर पर है और लैब में इस पर लगातार टेस्टिंग हो रही है |

बॉम्बे पारसी पंचायत के चेयरमैन दिनशॉ मेहता और अदार पूनावाला ने इस तथ्य की पुष्टि भी की है कि अगर सीरम इंस्टीट्यूट कोरोना का वैक्सीन बनाने में सफल होती है तो इसके 60 हजार डोज देश में पारसी समुदाय के लिए सुरक्षित रखे जाएंगे. दरअसल अदार पूनावाला सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ हैं |

पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में ऑक्सफोर्ड का वैक्सीन तैयार हो रहा है | बताया जा रहा है कि दिसंबर माह तक करीब 60 हज़ार डोज तैयार होंगे | इसमें से आधे पर भारत का अधिकार होगा, शेष 15 करोड़ भारत से बाहर भेजे जायेंगे | सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला के मुताबिक कंपनी ने बड़े पैमाने पर इस वैक्सीन के प्रोडक्शन की तैयारी की है | उनके मुताबिक इस वैक्सीन की कीमत 1000 रुपये के आस-पास तय हो सकती है | पत्रकारों से चर्चा करते हुए पूनावाला ने बताया कि कंपनी दिसंबर तक ऑक्सफोर्ड वैक्सीन Covishield की 300-400 मिलियन डोज बनाने में सफल होगी. उन्होंने कहा कि भारत में इस वैक्सीन की कीमत 1 हजार रुपये के आसपास आंकी जा सकती है | हालाँकि अभी कीमत फाइनल नहीं की गई है |

बॉम्बे पारसी पंचायत के चेयरमैन दिनशॉ मेहता ने सायरस पूनावाला से अपील की थी कि इस वैक्सीन के पहले 60 हज़ार डोज पारसी समुदाय के लिए रिजर्व किए जाएं | इसके पीछे दिनशॉ मेहता ने कई तथ्य दिए थे | जानकारी के मुताबिक सायरस पूनावाला ने इस प्रस्ताव को मान लिया है | उधर कई लोगों की दलील है कि सरकार के जरिये प्रत्येक व्यक्ति को इस वैक्सीन को मुफ्त उपलब्ध कराना चाहिए | इसके लिए नीतिगत फैसला हो, ना की धर्म और समुदाय के आधार पर |