एक बार फिर कोरोना का कहर जारी : देश के आठ राज्यों में तेजी से बढ़ रहे कोरोना मरीज, कैबिनेट सचिव ने किया अलर्ट

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नई दिल्ली / देश के आठ राज्यों में कोरोना महामारी एक बार फिर पांव पसारने लगी है और मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। महाराष्ट्र में 15 दिनों में सक्रिय मरीजों की संख्या दो गुनी हुई और वहीं देश में एक सप्ताह के भीतर 30 हजार से अधिक सक्रिय मरीज बढ़े हैं।कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने शनिवार को आठों राज्यों के सचिवों के साथ समीक्षा बैठक कर इन्हें अलर्ट किया है। गाबा ने कोरोना रोकथाम के लिए जमीनी स्तर पर काम बढ़ाने और 24 घंटे निगरानी पर जोर देने की सलाह दी है। बैठक में महाराष्ट्र के अलावा पंजाब, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के सचिव मौजूद रहे।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, शुक्रवार को देश में 16,488 नए संक्रमित  मरीज मिले हैं। जबकि 113 लोगों की मौत हुई है। इस बीच 12,771 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली। इसी के साथ देश में कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1.10 करोड़ से अधिक हो गई जिसमें 1.07 करोड़ मरीज स्वास्थ्य हुए हैं। जबकि 1,54,938 मरीजों की कोरोना से मौत हुई। फिलहाल सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़कर 1,59,590 हो चुकी है। कुछ समय पहले तक देश में सक्रिय दर 1.31 फीसदी थी जोकि अब बढ़कर 1.44 फीसदी तक जा पहुंची है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक शुक्रवार को देश में 85.75 फीसदी संक्रमित मरीज केवल छह राज्यों में मिले हैं। इनमें सबसे अधिक 8,333 मरीज महाराष्ट्र में थे। जबकि केरल में 3671 नए मरीज मिले। पिछले दो सप्ताह की बात करें तो केरल में सक्रिय मरीजों की संख्या भले ही 63,847 से घटकर 51,679 हुई लेकिन यहां प्रतिदिन मिलने वाले संक्रमित मरीजों की संख्या अधिक होने के चलते कोरोना का बढ़ता रूप दिखाई दे रहा है। महाराष्ट्र में बीते 14 फरवरी तक 34,449 सक्रिय मरीज थे जोकि अब बढ़कर 68,810 हो चुके हैं। इसके अलावा पंजाब, केरल, तमिलनाडु और पंजाब में सक्रिय मरीजों की संख्या बढ़ी है।

कैबिनेट सचिव ने बैठक में आठों राज्यों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने कहा, जिन जिलों में कोरोना के मामले बढ़े रहे हैं वहां तत्काल जांच का स्तर बढ़ाया जाए। इन जिलों में आरटी-पीसीआर जांच पर ज्यादा ध्यान दिया जाए। उच्च संक्रमण वाले क्षेत्रों पर प्रशासन और सरकारें अतिरिक्त निगरानी रखें वायरस के नए म्युटेशन को लेकर कैबिनेट सचिव ने राज्यों को जानकारी देते हुए जीनोम सिक्वेंसिंग को भी जरूरी बताया।उन्होंने कहा, कोरोना पर नियंत्रण के साथ साथ इसके नए स्वरूपों के बारे में पता लगना भी अधिक महत्वपूर्ण है, इसका एकमात्र विकल्प जीनोम सिक्वेंसिंग है। कैबिनेट सचिव ने बताया, ‘देश के कुछ हिस्सों में कोरोना की मृत्युदर अभी भी ज्यादा है। इसके लिए चिकित्सीय प्रबंधन पर और अधिक ध्यान देने के साथ साथ प्रभावित जिलों में टीकाकरण को पूरा करने के लिए कहा है। इन सभी सलाह के साथ राज्यों से अपील की गई है कि वे कोविड सतर्कता नियमों का सख्ती के साथ पालन कराएं। इसे लेकर राज्य सरकारें जन समूह स्तर पर अभियान भी चला सकते हैं।

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‘राहत की बात है कि 17 राज्यों में कोरोना वायरस के चलते पिछले एक दिन में किसी भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। लेकिन तीन राज्य महाराष्ट्र, केरल और पंजाब ऐसे हैं जहां 10 से अधिक मरीजों ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। कोरोना वायरस के बढ़ने से अब जांच भी बढ़ने लगी है। पिछले दो सप्ताह में रोजाना कोविड जांच का औसतन सात लाख से कम था, लेकिन पिछले एक दिन में 7.73 लाख सैंपल की जांच की गई।