झाड़ू लगाने से भी फैल सकता है कोरोना ,AIIMS के डॉक्टर ने रिसर्च के बाद बताया कि झाड़ू लगाने से भी कैसे फ़ैल रहा कोरोना, सार्वजानिक इलाकों में झाड़ू लगने- लगाने के दौरान हो जाये सतर्क

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नई दिल्ली / देश में कोरोना वायरस का कहर जारी है। कई राज्यों में लॉकडाउन की नौबत है | अस्पतालों में मरीजों का ताँता लगा हुआ है | लोगों को इसकी वैक्सीन का इंतज़ार है | इस बीच वैज्ञानिकों और डॉक्टरों की रिसर्च से नए-नए तथ्य भी सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में एम्स के एक वरिष्ठ डॉक्टर ने दावा किया है कि झाड़ू लगाने से भी कोरोना संक्रमण फैल सकता है। एम्स के सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉक्टर अनुराग श्रीवास्व का कहना है कि सार्वजनिक स्थानों पर झाड़ू लगाने से कोरोना संक्रमण के प्रसार का खतरा बढ़ जाता है।

उन्होंने इसका कारण समझाते हुए बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना संक्रमित व्यक्ति के गुजरने की संभावना हमेशा रहती है। ऐसे में उसके छींकने यां खांसने पर जमीन पर या मिट्टी में या किसी भी अन्य चीज में कोरोना वायरस के कण गिर जाते हैं। अब ये कण वहां पर 3 से पांच दिन तक बने रहते हैं। उन्होंने बताया कि सडकों और सार्वजनिक इलाकों में झाड़ू लगाने वाले शख्स को नहीं पता होता कि वह स्थान संक्रमितों के संपर्क में था | लिहाजा झाड़ू लगाने से वायरस का विस्तार हो जाता है | उन्होंने बताया कि सांस के द्वारा वातावरण में मौजूद कोरोना वायरस शरीर में चला जाता है |

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उनके मुताबिक ऐसे में जब वहां पर झाड़ू लगाई जाएगी तो धूल या मिट्टी में मौजूद कोरोना के कण सांस के द्वारा लोगों के शरीर में प्रवेश कर जाएंगे और उनको ये संक्रमण हो जाएगा। क्योंकि सार्वजनिक स्थानों पर अधिक संख्या में लोग आवाजाही करते हैं ऐसे में उनके संक्रमित होने की संभावना अधिक हो जाती है। डॉक्टर श्रीवास्तव का कहना है कि इससे बचने के लिए सार्वजनिक स्थानों पर झाड़ू की जगह वैक्यूम क्लीनर का उपयोग करना चाहिए।