दिल्ली / भारत में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या अचानक बढ़ कर 242 पहुँच गई है | आशंका जाहिर की जा रही है कि लोगों की लापरवाही के चलते अगले 24 घंटे में यह आंकड़ा और बढ़ने के आसार है | तमाम राज्यों में कोरोना संक्रमण रोकने के भरपूर प्रयास किये जा रहे है | एक ओर जहां केंद्र और राज्य सरकारें कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के तमाम उपाय कर रहीं हैं और लोगों को एहतियात बरतने के सुझाव दे रहीं हैं | वहीं लोगों की लापरवाही भी सामने आ रही है | ताजा मामला छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मंत्री डॉ. शिव डहरिया से जुड़ा है |
छत्तीसगढ़ सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ शिव डहरिया ने कोरोना के रोकथाम के प्रयासों पर ही सवालियां निशान लगा दिया है | उन्होंने 19 मार्च को लंदन से लौटी अपनी बेटी को दिल्ली एयरपोर्ट से सीधे छत्तीसगढ़ सदन में भेज दिया | बताया जाता है कि दिल्ली और केंद्र सरकार द्वारा बनाये गये क्वेरेंटाइन सेंटर में मंत्री जी ने अपनी बेटी को रखने के बजाय छत्तीसगढ़ सदन में ठहरा कर कर्मचारियों को हैरत में डाल दिया है | इस बात की जानकारी मिलने पर छत्तीसगढ़ सदन में काम करने वाले कर्मचारी घबराये हुए हैं | उन्होंने मामले की जानकारी लगने के बाद बवाल खड़ा कर दिया और जनहित में मंत्री जी की बेटी को कोरेन्टाइन सेंटर भेजने की गुहार लगाई |
जानकारी के मुताबिक नगरीय निकाय मंत्री डॉ शिव डहरिया की बेटी लंदन में अध्यनरत है | वो लॉ की पढ़ाई कर रही है | कोरोना के बढ़ते संक्रमण से चिंतित परिजनों ने उसे लंदन से वापस रायपुर बुला लिया | वह लंदन से लौटकर 19 मार्च को नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची,जहां उन्हें रिसीव करने खुद मंत्री शिव डहरिया पहुंचे थे | एयरपोर्ट में स्वास्थ्य जांच संबंधी तमाम औपचारिकता पूरी हुई,जिसमें सब कुछ सामान्य पाया गया था | लेकिन भारत सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करने के बजाय मंत्री जी डॉक्टर होने के बावजूद उसकी गंभीरता भूल गए | वे अपनी बेटी के साथ सीधे छत्तीसगढ़ सदन पहुंचे और सफर की तमाम औपचारिकताये पूर्ण की |
कोरोना संक्रमण से बचने की गाइड लाइन के तहत विदेश से भारत लौटे किसी भी नागरिक को 14 दिन के लिये क्वेरेंटाइन सेंटर या होम आइसोलेशन में रखा जाना चाहिये | इस दौरान जांच में किसी भी तरह का संक्रमण ना पाए जाने के बाद ही यह माना जायेगा कि वह सामान्य है | गाइडलाइन का पालन नहीं करने के चलते डॉ शिव डहरिया छत्तीसगढ़ सदन के कर्मियों के निशाने पर आ गए है | हालांकि कर्मियों की नाराजगी के बाद उन्होंने अपनी बेटी के साथ रायपुर का रुख कर लिया है | बावजूद इसके कोरोना को लेकर मंत्री जी ने सावधानी क्यों नहीं बरती,इस बात पर जनता भी हैरान हैं | अब देखना होगा कि रायपुर में मंत्री जी एक जिम्मेदार नागरिक होने का परिचय देते हुए खुद को और अपनी बेटी को सेल्फ होम या सरकारी आइसोलेशन सेंटर के सुपुर्द करते है ? प्रदेश की खौफजदा जनता ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव का ध्यान इस ओर दिलाया है |