
लखनऊ : – उत्तरप्रदेश से शुरू हुआ लव जिहाद का दंश देश भर में फ़ैल गया है | छांगुर ने देश के ऐसे 579 जिलों की पहचान कराई थी, जहां हिंदू बहुसंख्यक हैं। उसने इन जिलों में हिंदू युवतियों को मुस्लिम बनाने के लिए मुहिम चलाई थी | विदेशो से फंडिंग के अलावा स्थानीय थानों और प्रभावशील लोगों से तानाबाना बुनने के बाद वो एक नेटवर्क खड़ा करने में कामयाब रहा | धर्मांतरण के लिए छांगुर ने तीन हजार से अधिक युवाओं को बतौर अनुयायी और धर्म प्रचारक के रूप में मैदान में उतारा था। उसने हिन्दू लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाने के लिए 1,000 मुस्लिम युवकों की फौज तैयार की थी। ये सभी हिन्दू नामो के साथ रूबरू होकर धर्मांतरण के पैरोकार बन गए थे | जाँच में यह तथ्य भी सामने आया है कि विदेशो से मदरसों के नाम पर मोटी फंडिंग होती थी | जबकि दान की इस रकम का उपयोग दिनी – तालिमी कार्यों के बजाय धर्मांतरण में किया जा रहा था | छांगुर की संपत्ति 1 हजार करोड़ से ज्यादा की बताई जाती है | उसने इतनी मोटी रकम मात्र 8 सालों के भीतर कमाई थी | यह भी बताया जाता है कि देश के कई राज्यों में इस नेटवर्क ने सैकड़ो हिन्दू लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर दी |

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच में धर्मांतरण के आरोपी जमालुद्दीन उर्फ छांगुर से जुड़े 30 बैंक खातों का पता चला है, जिनमें विदेश से जमकर धन जमा कराया गया। इनमें से 18 खातों में 68 करोड़ रुपये के लेनदेन का पता चला है। बीते तीन महीने के भीतर ही इन खातों में सात करोड़ रुपये जमा कराए गए।अधिकारियों का मानना है कि यह पैसा विदेशी फंडिंग नेटवर्क के जरिये आया है, जिसका इस्तेमाल उत्तर प्रदेश के बलरामपुर समेत अन्य स्थानों पर बड़े पैमाने पर संपत्ति खरीदने व धर्मांतरण में किया गया। सूत्रों ने बताया कि ईडी छांगुर के अन्य बैंक खातों, संपत्ति और आयकर रिटर्न के बारे में जानकारी जुटा रहा है। छांगुर से जुड़े बैंक खातों में गैर सरकारी संगठन, ट्रस्ट और निजी खाते हैं। ईडी इन खातों से जुड़े लोगों व संस्थाओं को पूछताछ के लिए बुला सकता है। सूत्रों के मुताबिक छांगुर ने गिरोह को कानूनी रूप देने के लिए चार अलग संस्थाएं बना रखी थीं। छांगुर ने देश के 579 जिलों की पहचान कराई थी, जहां हिंदू बहुसंख्यक हैं। इन जिलों में हिंदू युवतियों को मुस्लिम बनाने के लिए मुहिम चलाने का तानाबाना बुना था। इसके लिए छांगुर ने तीन हजार से अधिक युवाओं को बतौर अनुयायी मैदान में उतारा था।

छांगुर अपने बेटे महबूब को दुनिया का सबसे अमीर आदमी बनाने का ख्वाब देख रहा था। धर्मांतरण से कमाई करने के साथ ही वह प्रापर्टी व अन्य कार्य करने की जमीन तैयार रहा था। वह बेटे को अरबपति बनाने के साथ ही टीम का मुखिया बनाना चाहता था। छांगुर की गिरफ्तारी के बाद कार्रवाई में तेजी आई है। एटीएस ने छांगुर के खास सिपहसालारों के बारे में भी पड़ताल शुरू कर दी है। कस्बे के साथ ही मधपुर व रेहरा माफी गांव के लोगों से जानकारी जुटाई जा रही है। पता चला कि आजमगढ़ में छांगुर के इशारे पर धर्मांतरण कराने वाले दो सिपहसालार क्षेत्र में ही मौजूद हैं। छांगुर के लिए अभी भी दोनों लोग सक्रिय हैं और मामले में हो रही कार्रवाई की जानकारी कर रहे हैं। साथ ही मधपुर का ही एक शागिर्द भी गुपचुप तरीके से पुलिस व एटीएस की कार्रवाई पर नजर रख रहा है।

जांच में पता चला है कि छांगुर ने लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने के लिए 1,000 मुस्लिम युवकों की फौज तैयार की थी। उसका जाल महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, बिहार और पश्चिम बंगाल तक फैला हुआ था। उसे विदेश से अकूत धन मिलता था, जिसके जरिये वह अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देता था। हिंदुओं लड़कियों को प्रेम जाल में फंसाने के लिए वह मुस्लिम युवकों को पैसे देता था। नेपाल सीमा से सटे सात जिलों को टारगेट किया गया था। छांगुर की बड़ी राजदार नीतू रोहरा उर्फ नसरीन थी। उसके खाते में चार माह में 14 करोड़ रुपये आए हैं। उन्हें तुरंत निकाल लिया गया। वहीं, उसके पति नवीन उर्फ जलालुद्दीन के खातों में भी 18 करोड़ रुपये जमा कराए गए हैं। फ़िलहाल एसआईटी और ईडी जाँच में जुटी है |