नारी सशक्तिकरण की दिशा में लगातार हो रहा प्रयास : टीएस सिंहदेव

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धमतरी। प्रदेश के पंचायत एवं ग्रामीण विकास, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, चिकित्सा शिक्षा, बीस सूत्रीय, वाणिज्यिक कर (जीएसटी) मंत्री टी.एस.सिंहदेव ने आज अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आयोजित राज्य स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम के तहत राज्य भर की चिन्हांकित 75 महिला मेट को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए सम्मानित किया। दोपहर 12 बजे से शुरू हुए इस राज्य स्तरीय वर्चुअल कार्यक्रम में धमतरी ज़िले की पांच महिला मेट को भी एनआईसी कक्ष में आहूत वीडियो कांफ्रेंसिंग में कलेक्टर पी.एस.एल्मा द्वारा राज्य शासन की ओर से सम्मानित किया गया।

इस मौके पर पंचायत मंत्री सिंहदेव ने उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि महिला सशक्तिकरण के लिए जरूरी है, कि महिलाओं की हर क्षेत्र में भागीदारी बढ़ाई जाए। उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करना, समाज में समानता, रोजगार, शिक्षा के बेहतर अवसर सृजित करना यह सब सम्मिलित है।

प्रदेश में इस दिशा में सतत काम किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं की सशक्त भागीदारी बनती जा रही है। चाहे महिला जनप्रतिनिधि, श्रमिक अथवा मेट इत्यादि हों।

उन्होंने अपने उद्बोधन के बाद पंचायती राज संस्थाओं की जनप्रतिनिधि, महिला मेट इत्यादि से ज़िलेवार संवाद कर उनके योगदान को सराहा। ज्ञात हो कि राज्य भर में 59 प्रतिशत महिला मेट हैं। आज धमतरी ज़िले की जिन पांच महिला मेट को सम्मानित किया गया, उनमें लोहरसी पंचायत की रेखा गजेंद्र, कुरूद के सिरसिदा की पुष्पा बाई पटेल, मगरलोड के खड़मा की प्रेमीन बाई कमार, नगरी के सिहावा की संध्या मानिकपुरी और सियादेही की वाणी पटेल है।

उन्हें आज कार्यक्रम के अवसर पर प्रशस्ति पत्र मिला। यह सभी मेट मनरेगा में महिला श्रमिकों की भागीदारी बढ़ाने, महिला समूह से जुड़ उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त करने, कोरोना काल में भी मनरेगा कार्यों की निगरानी करने जैसा उल्लेखनीय योगदान दी हैं। इन सभी योगदान के लिए उनका चयन सम्मान के लिए किया गया।

सम्मान समारोह में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रियंका महोबिया ने बताया कि धमतरी ज़िले की पंचायतों में 50% महिला मेट नियुक्त करना है, इसके विरुद्ध ज़िले में 2400 महिला मेट हैं, जो कि 51% है।

जिन महिला मेट का सम्मान किया गया, वे सक्रिय महिला, समूह से जुड़ी हुई तथा मेट के तौर पर महिला श्रमिकों की ज्यादा से ज्यादा भागीदारी सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभा रही हैं।

ज़िला मुख्यालय में इस राज्य स्तरीय सम्मान के वर्चुअल कार्यक्रम में ग्राम पंचायतों के सरपंच भी शामिल हुए। इनमें सरपंच लोहरसी मोनिका नेताम, सिरसिदा अभिमन्यु निषाद, कुरूद गया बाई नगरची, खड़मा महेंद्र धनुसेवक शामिल हैं।