Home Chhatttisgarh घोर नक्सल प्रभावित सुकमा नगर पालिका में 25 साल बाद कांग्रेस की वापसी...
रिपोर्टर – रफीक खांन
सुकमा / छत्तीसगढ़ के घोर नक्सल प्रभावित सुकमा जिला मुख्यालय में आख़िरकर कांग्रेस की वापसी हो गई है | 25 साल बाद एक बार फिर यहां शहर सरकार की कमान कांग्रेस के हाथों में आई गई है | सुकमा नगर पालिका एवं जिले की अन्य नगर पंचायतों में अपना कब्जा जमाए बैठी बीजेपी को उम्मीद नहीं थी कि इस बार इलाके में सत्ता उसके हाथों से फिसल जाएगी |
सुकमा नगर पालिका में बीते पच्चीस सालों से बीजेपी का दबदबा रहा है | यहां कांग्रेस की तुलना में बीजेपी के प्रत्याशियों को लगातार विजय मिलते रही | लेकिन राज्य से बीजेपी के सफायें के साथ ही सुकमा के तमाम वार्डों में बीजेपी इस तरह से पिछड़ी कि नगर पालिका में उसकी सत्ता देखते देखते ही ध्वस्त हो गई | यहां नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की | जबकि बीजेपी 7 सीटें हासिल कर सत्ता से दूर हो गई | आखिरकर कांग्रेस की जीत के हीरों रहे राजू साहू को अध्यक्ष की कुर्सी सौंपी गई | वही उपाध्यक्ष के पद पर आयशा हुसैन ने सत्ता में अपनी वापसी की | ऐसा ही नजारा देखने को मिला दोरनापाल नगर पंचायत में | यहां भी बीजेपी को पटखनी देते हुए नगर पंचायत अध्यक्षा के पद पर बबिता मंडावी और उपाध्यक्ष युगपति यादव ने अपना दबदबा कायम रखा | दोनों ही जन प्रतिनिधियों ने पद और गोपनीयता की शपथ लेते हुए सुकमा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने का संकल्प लिया |
शपथ ग्रहण समारोह में बस्तर के दिग्गज मंत्री कवासी लखमा सुकमा कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष करण सिंह देव मंत्री पुत्र जिला पंचायत अध्यक्ष हरीश कवासी उपाध्यक्ष बोड्डू राजा वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं सहित कार्यकर्ताओं का हुजूम मौजूद रहा ।