Foot Bath Tradition Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में महिलाओं से पैर धुलवाने की परम्परा को आगे बढ़ा रहे कांग्रेस विधायक, विपक्ष ने लिया आड़े हाथो,देंखे वीडियो….

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रायपुर: छत्तीसगढ़ में महिलाओ से पैर धुलवाने की परम्परा लगभग लुप्त हो चुकी है | लेकिन कांग्रेस के एक विधायक ने एक बार फिर इसे सुर्खियों में ला दिया है | उनका वीडियो भी वायरल हो रहा है | इस वीडियो में विधायक महोदय इस रूढ़ीवादी परंपरा का पालन कराते हुए दिख रहे है | महिलाऐं ताम्बे+पीतल की पारात में उनका रखा पैर धुलवाते नजर आ रही है | वे इस परम्परा से गदगद होकर हंसी-ठिठोली के साथ पैर धुलवाकर उन महिलाओं को आशीर्वाद दे रहे है | सम्मान के नाम पर महिलाओं को दोयम दर्जे का सन्देश देने वाली यह परम्परा काफी पहले सिमट चुकी है | आमतौर पर मेहमान नवाजी और बड़े बुजुर्गो के घरो में आने पर महिलाओं को उनके पैर धोने के लिए जुटा देना ज्यादातर परिवारों में ख़त्म हो चूका है | लेकिन कांग्रेस के इस विधायक की यह पहल इस पुरानी परम्परा को जीवित रखने के प्रयास से जोड़ कर देखी जा रही है | 

छत्तीसगढ़ के चिरमिरी से विधायक डॉ विनय जायसवाल ने नया विवाद छेड़ दिया है | मामला विधायक और उनकी महापौर पत्नी द्वारा परम्परा के नाम पर महिलाओं से पैर धुलवाने का है | इसका वीडियो वायरल होते ही पढ़ी -लिखी महिलाए हैरत में है | वो विधायक को पत्नी सहित महिलाओं से पैर धुलवाते देख बिफर रही है | उनका आरोप है कि डॉक्टर और विधायक जैसे पेशे के बावजूद कांग्रेस विधायक की सोच सतही है | बताया जाता है कि हाल ही में डॉ विनय जायसवाल अपनी महापौर पत्नी के साथ इलाके में जनसंपर्क कर रहे थे |  उस दौरान एक घर में ऐसा नजारा सामने आया | बताया जाता है कि विधायक जी के साथ मौजूद कई लोग इसे देखकर हैरानी जता रहे थे | उन्होंने विधायक को मना भी किया | लेकिन नजर-अंदाज करते हुए वे पत्नी सहित कुर्सी पर जम गए | ,देंखे वीडियो….    

मनेन्द्रगढ़ से कांग्रेस विधायक डॉ विनय जायसवाल का एक और मामला सुर्खियों में है | इस मामले में वे प्रशासन और उनके बीच लेन -देन के रिश्ते को जग जाहिर कर रहे है | गणेश पूजा का चंदा लेने गए युवको को उन्होंने चंदा देने के लिए बकायदा हस्ताक्षर कर चिरमिरी नगर निगम कमिश्नर को आदेश दिया था | अब पैर धुलवाने की घटना सामने आने के बाद विधायक जी की साख जनता के बीच जमकर धूल रही है | वे बचाव की मुद्रा में है | खुद का वीडियो वायरल होते देख डॉ विनय जायसवाल ने दावा किया कि ये रूढ़िवादी परंपरा नहीं है | उनके मुताबिक सरगुजा की परंपरा है,जो हमारे यहां आज भी है | उन्होंने इसे रूढ़िवादी होने से इंकार करते हुए कहा कि अपने मेहमान का पैर धोकर आदर सत्कार किया जाता है | उन्होंने कहा कि पैर धोना, पैर छूना, दंडवत होना रूढ़िवादी नहीं है. इसे जबरदस्ती करवाना गलत बात है |