रायपुर | धान खरीदी और एमएसपी के मुद्दे पर छत्तीसगढ़ में सियासत जोरों पर है । जहां एक ओर कांग्रेस नेता केंद्र सरकार पर धान के समर्थन मुल्य को 2500 रुपए प्रति क्विंटल किए जाने की मांग कर रहे हैं । वहीं, 1 दिसंबर से धान खरीदी के सरकार के फैसले को लेकर प्रदेश के सत्ता गंवाकर विपक्ष में बैठी भाजपा हमलावर है । इसी कड़ी में रायपुर में कांग्रेसी नेता बीजेपी सांसदों के बंगलों का घेराव करने सड़कों पर उतर चुके हैं | कांग्रेसी नेता ढोल नगाड़े बजाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं | विरोध प्रदर्शन में रायपुर पश्चिम विधायक विकास उपाध्याय, हापौर प्रमोद दुबे, पूर्व महापौर किरणमयी नायक, महामंत्री गिरीश देवांगन, रायपुर शहर अध्यक्ष गिरीश दुब समेत कई कांग्रेसी नेताओं का विरोध प्रदर्शन जारी है | इसमें पुलिस और कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हल्की झूमा-झटकी भी देखी गई | कांग्रेसी नेता घेराव करते हुए भाजपा सांसदों से केन्द्रीय पुल में चावल खरीदी की अनुमति दिये जाने की मांग को पुरजोर तरीके से केन्द्र सरकार के समक्ष रखने की मांग कर रहे हैं |
वही धान खरीदी के मुद्दे पर कांग्रेस नेताओं के भारतीय जनता पार्टी के सांसदों के घेराव को नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने नौटंकी बताते हुए कहा कि घोषणा की है, तो वादा निभाना पड़ेगा | उन्होंने सवाल भी किया कि घेराव के दौरान दोनों तरफ के कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई तो कौन जिम्मेदार होगा | धरमलाल कौशिक ने सांसदों का घेराव अनुचित बताते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में किसानों से जो वादा किया था, उसके अनुसार किसानों ने उनको सरकार में बैठाया | कांग्रेस के पास अब अपनी घोषणा को अमली जामा पहनाने का समय आ गया है | कांग्रेस को बिना कोई प्रदर्शन किए, बिना कोई मुद्दा बनाए अपने वादे को निभाना चाहिए | उन्होंने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि वादा निभाने की बात आई है तो आप किसान और सांसद को मोहरा बनाना चाहते हैं, ये तो किसान का हक है, अधिकार है, जो आपने कहा वो करो |