जम्मू। विधानसभा चुनावों से ठीक पहले देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस को बहुत बड़ा झटका लगा है। पार्टी के यूथ विंग नैशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के 1400 कार्यकर्ताओं ने एक साथ जम्मू में सामूहिक तौर पर इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने वालों में एनएसयूआई के महासचिव और उपाध्यक्ष, जिला मीडिया समन्वयक और अन्य पदाधिकारी भी शामिल हैं।
कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बहुत गंभीर आरोप
NSUI के कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ सदस्यता से इस्तीफा दिया है बल्कि कांग्रेस पार्टी के खिलाफ बहुत गंभीर आरोप भी लगाए हैं। NUSI कार्यकर्ताओं ने पार्टी के ऊपर उन्हें धोखा देने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी में आंतरिक लोकतंत्र पूरी तरह से खत्म हो गया है। इस्तीफा देने वाले कार्यकर्ताओं ने कहा कि उन्होंने विंग की सदस्यता के लिए प्रति सदस्य 100 रुपये का भुगतान किया, लेकिन उसके बाद किसी तरह का कोई चुनाव नहीं कराया गया। कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अब उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है।
सोनिया गांधी को लिखा पत्र
कार्यकर्ताओं ने NSUI पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस बात की शिकायत की है। उन्होंने सोनिया गांधी को लिखे पत्र में लिखा कि उनके साथ सदस्यता के नाम पर धोखाधड़ी की गई है और इन सबमें NSUI हाई कमान को भी निशाने पर लिया गया। वहीं NSUI वर्कर्स का कहना है कि उनसे फीस भी ले ली गई और ढ़ाई साल बीत जाने के बाद भी चुनाव नहीं कराया गया। सोनिया गांधी को लिखे पत्र में कहा गया कि उच्च पद पर बैठे नेताओं से इस बारे में शिकायत करने के बाद भी कोई समाधान नहीं हुआ।
पार्टी के अंदर फूट और कलह सार्वजनिक
कांग्रेस पार्टी इस वक्त बेहद मुश्किल दौर से गुजर रही है। कई राज्यों में चुनावी हार के बाद पार्टी के अंदर फूट और कलह सार्वजनिक तौर पर सामने आई है। गुलाम नबी आजाद, कपिल सिब्बल, आनंद शर्मा जैसे 23 वरिष्ठ नेताओं ने बीते साल पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर इस बात की शिकायत की थी कि पार्टी के शीर्ष नेतृत्व में बदलाव की जरूरत है। हालांकि पार्टी का एक हिस्सा इस विरोध से इनकार करता रहा है और उसका कहना है कि राहुल गांधी के नाम पर पार्टी एकजुट है।