दिल्ली वेब डेस्क / राहुल गाँधी ने एक बार फिर केंद्र पर हमला बोला है | इस बार कोरोना नहीं बल्कि बैंकों को करोड़ों की चपत लगाने वाले उद्योगपतियों को किये गए कर्ज की माफी को लेकर पीएम मोदी उनके निशाने पर है | हालांकि अभी बीजेपी या सरकार की ओर से राहुल के आरोपों को लेकर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है | देश की मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि उसने बैंक कर्ज नहीं चुकाने वालों के 68,607 करोड़ रुपये माफ किए हैं। कांग्रेस ने यह आरोप एक आरटीआई के आधार पर लगाया है और प्रधानमंत्री से इसका जवाब मांगा है।
देश के बैंकों ने 50 बड़े विलफुल डिफाल्टर्स का 68,607 करोड़ रुपए का कर्ज बट्टे खाते में डाल दिया है | मतलब अब बैंक यह मान चुके हैं कि ये कर्ज नहीं मिलने वाले हैं | इनमें भगोड़ा हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी भी शामिल है | कांग्रेस पार्टी ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया जताते हुए कहा कि ‘भारतीय जनता पार्टी सरकार भगोड़ों के साथ है |
कांग्रेस का दावा है कि 14 अप्रैल को एक आरटीआई के जवाब में भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने देश के 50 सबसे बड़े बैंक घोटाला करने वाले लोगों का 68,607 करोड़ रुपये माफ करने की बात स्वीकार की है। इस सूची में भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी और मेहुल चोकसी जैसों के नाम भी शामिल हैं।
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पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मामले में केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। राहुल ने कहा कि कुछ सप्ताह पहले संसद में उनके सवाल का जवाब न देकर इसी सच को छिपाया गया था। उन्होंने ट्वीट किया, ‘संसद में मैंने एक सीधा सा प्रश्न पूछा था- मुझे देश के 50 सबसे बड़े बैंक चोरों के नाम बताइए। वित्त मंत्री ने जवाब नहीं दिया।’
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उन्होंने दावा किया कि अब रिजर्व बैंक ने नीरव मोदी, मेहुल चोकसी सहित भाजपा के ‘मित्रों’ के नाम बैंक चोरों की लिस्ट में डाले हैं। इसीलिए संसद में इस सच को छिपाया गया।’ गौरतलब है कि संसद के बजट सत्र के दौरान राहुल गांधी ने कर्ज अदा नहीं करने वाले 50 सबसे बड़े चूककर्ताओं के नाम पूछे थे। इस पर सरकार ने कहा था कि केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) की वेबसाइट पर सारे नाम दिए जाते हैं और ये नाम वेबसाइट पर उपलब्ध हैं।