कलेक्टर  जय प्रकाश मौर्य ने विभिन्न व्यापारी संघ के प्रतिनिधियों की ली बैठक , ब्लॉक स्तर के व्यापारी संघ के प्रतिनिधि भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक से जुड़े रहे , बैठक में कलेक्टर ने कोरोना से बचने के लिए सुझाए उपाय , वही एक निजी न्यूज पोटर्ल में छपी खबर के कुछ अंश का भी किया खंडन 

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विनोद चावला 

धमतरी /  कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी जय प्रकाश मौर्य ने जिले के नगरीय निकायों के सभी वार्डों में 22 से 30 सितंबर तक कन्टेनमेंट जोन घोषित किया था। आज जिले के विभिन्न व्यापारी संघ के प्रतिनिधियों के साथ बैठक लेकर कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण से भविष्य में एहतियात बरतने और अब तक कोरोना की अद्यतन जानकारी सभी को दी। उन्होंने कोरोना के व्यापक रूप को देखते हुए सभी को हर तरह से सतर्क, सचेत रहकर सामान्य जीवन जीने का प्रयास करने पर जोर दिया। उन्होंने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आहूत इस बैठक में व्यापारी संघ और लोगों के कन्टेनमेंट अवधि में सहयोग को सराहा। इस मौके पर कलेक्टर ने अपील की कि यदि किसी को सर्दी-खांसी, बुखार है, तो इसकी जांच जरूर करा लें। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव और सुरक्षा के लिए सभी व्यापारी संघ प्रस्ताव पारित कर प्रतिष्ठान खोले रखने का समय तय करें। बैठक में मांग की गई कि सभी प्रतिष्ठान को सप्ताह में एक ही दिन बंद किया जाए, जिससे लोगों को अनावश्यक परेशानी ना हो। इस पर कलेक्टर ने कहा कि इस सम्बन्ध में भी सभी व्यापारी संघ सर्व सम्मति से प्रस्ताव पारित कर प्रशासन को इसकी सूचना दे दें। उन्होंने कॉविड 19 से बचाव के लिए व्यापारी संघों को स्वनियंत्रण की नीति अपनाने पर जोर दिया और कहा कि नियम तोड़ने वाले प्रतिष्ठानों पर स्वयं संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करें।  

कलेक्टर ने कहा कि हर 10 से 15 दिन में विभिन्न व्यापारी संघ बैठक ले-लेकर सभी व्यापारियों को समझाइश दें, कि वे ट्रिपल लेयर मास्क का उपयोग जरूर करें। साथ ही प्रतिष्ठानों में एक प्रतिशत सोडियम हाइपो क्लोराइट के घोल से पोछा लगाएं। उन्होंने बताया कि नोट में 72 घंटे कोरोना का प्रभाव रहता है, अतः सैनिटाइजर, ग्लव्स, मास्क लगाकर उसे हाथ लगाने का प्रयास किया जाए। कलेक्टर ने कहा कि हाथ को सैनिटाइज करके ही मास्क छुएं, अगर नियमित रूप से मास्क का उपयोग किया जाए, तो 90 प्रतिशत संक्रमण का खतरा टल जाता है। उन्होंने कहा कि अगर परिवार में कोई पाॅजिटिव केस आया, तो प्रायमरी काॅन्टैक्ट भी प्रतिष्ठान में नहीं आएं। ऐसे मरीजों के लिए पेड आइसोलेशन अथवा निजी अस्पताल में भर्ती की सुविधा का उपयोग भी किया जा सकता है। कलेक्टर ने साफ तौर पर कहा कि अगर पाॅजिटिव केस परिवार का कोई व्यक्ति प्रतिष्ठान खोलता है, तो ऐसे प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि मास्क और ईमानदारी की नीति अपनाएं तभी कोरोना से सुरक्षित रह सकते हैं। इसलिए जिसे भी सर्दी, खांसी, बुखार है, वह टेस्ट जरूर कराएं। उन्होंने सभी व्यापारी संघ को बारी-बारी से जागरूकता अभियान चलाने पर बैठक में जोर दिया।

इस मौके पर कलेक्टर ने मार्च से अब तक कोविड-19 से बीमार, ठीक और मृत लोगों का आंकड़ा साझा करते हुए कहा कि एहतियात बरतने जोर दिया। इस मौके पर उन्होंने जिले के अस्पतालों में कोरोना के लिए निर्धारित बेड और भर्ती मरीजों, होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों सम्बन्धी जानकारी दी और सभी लोगों से अपील की कि सुरक्षात्मक उपाय कर बीमारी से बचें। इस अवसर पर ब्लाॅक स्तर के व्यापारिक संघ के प्रतिनिधियों से भी वीडियो काॅन्फ्रेंस के जरिए कलेक्टर ने चर्चा की और भविष्य में सभी सुरक्षात्मक उपाय करने पर बल दिया ।

वही एक निजी न्यूज़ पोटर्ल में छपी एक खबर का खंडन करते हुए उन्होंने कहा कि उनके द्वारा 30 सितंबर 2020 को प्रेस कांफ्रेंस लिया गया था | इस प्रेस कांफ्रेस के संबंध में एक निजी न्यूज पोर्टल ने जो समाचार छापा है , उस समाचार के कुछ अंश का खंडन करता हूँ | उनके द्वारा कहा गया कि वे लॉकडाउन का समर्थन नहीं करता | इस बार के लॉकडाउन का व्यक्तिगत रूप से विरोधी रहा हूँ | लेकिन जनमत और लोगों की मांग के कारण नगरीय निकायों में कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया | उन्होंने कहा कि उनके द्वारा प्रेस कांफ्रेंस में यह नहीं कहा गया कि यह महामारी , राजनांदगांव , बिलासपुर तथा रायपुर में सिर्फ लापरवाही के कारण फैली है | उनके द्वारा लॉकडाउन से ‘जमाखोरी तथा कालाबाजारी का बोलबाला हो जाता’ नहीं कहा गया , बल्कि यह कहा गया कि लॉकडाउन से जमाखोरी , कालाबाजारी की संभावना पैदा होती है , लोग पैनिक हो जाते है | उपरोक्त अनुसार उनके द्वारा उक्त अंश का खंडन जारी किया जा रहा है |