बालाघाट / छत्तीसगढ़ की सरहद पर स्थित मध्यप्रदेश के बालाघाट शहर में इन दिनों बुलडोजर की दहशत है | सुबह होते ही जिला प्रशासन का अमला बुलडोजर के साथ उन इलाकों में पहुँच जाता है जहां अतिक्रमण की वजह से ना केवल ट्रैफिक सिस्टम अवरुद्ध हो गया है , बल्कि स्थानीय लोगों के लिए आवाजाही तक मुसीबत बन गई है | लिहाजा कलेक्टर दीपक आर्य के निर्देश पर नगरीय क्षेत्रों में शासकीय भूमि पर अतिक्रमण कर यातायात में बाधक बन रहे स्थायी एवं अस्थायी निर्माण को सख्ती से हटाने की कार्यवाही की जा रही है। नगरीय क्षेत्र बालाघाट में भटेरा रोड, सरेखा बायपास से काली पुतली चौक, नगर पालिका के सामने, जय स्तंभ चौक, रानी दुर्गावती चौक, कालीपुतली चौक से नावेल्टी हाउस गली में अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही की गई है। नगर पालिका के अमले द्वारा राजस्व एवं पुलिस विभाग के सहयोग से शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाया गया।

अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान नगरीय क्षेत्र बालाघाट के भटेरा चौकी इलाके में 11 करोड़ रुपये मूल्य की 28 हजार वर्गफुट जमीन को भू-माफिया से मुक्त कराया गया है। जय स्तंभ चौक में 13 लोगों द्वारा शासन की 2 करोड़ 60 लाख रुपये मूल्य की 03 हजार वर्गफुट जमीन पर अवैध कब्जा जमाया गया था। इसी प्रकार इतवारी बाजार में 04 लोगों द्वारा 3 करोड़ 50 लाख रुपये मूल्य की 10 हजार वर्गफुट जमीन पर कब्जा कर रखा गया था। रानी दुर्गावती चौक में 15 लोगों द्वारा 5 करोड़ रुपये मूल्य की 15 हजार वर्ग फीट जमीन पर अवैध रूप से कब्जा कर रखा था। राजस्व, नगर पालिका एवं पुलिस विभाग की टीम ने सख्ती से कार्यवाही कर शासन की बहुमूल्य जमीन को भू-माफियाओं से मुक्त करा दिया है।

अतिक्रमण हटाने की इस कार्यवाही के दौरान बालाघाट एसडीएम के सी बोपचे, नगर पुलिस अधीक्षक देवेश यादव, संजू कामले, तहसीलदार रामबाबू देवांगन, मुख्य नगर पालिका अधिकारी दिनेश वाघमारे, थाना प्रभारी विजय सिंह परस्ते, राजेन्द्र नरवरिया, श्रीनाथ झरवड़े ने मौके पर मौजूद रहकर अतिक्रमण हटवाया है। प्रदेश शासन के निर्देशों के अनुरूप भू-माफियाओं द्वारा शासकीय भूमि पर किये गये अतिक्रमण को सख्ती से हटाने की कार्यवाही की गई है। काली पुतली चौक से जय स्तंभ चौक तक का समस्त अतिक्रमण पूरी सख्ती के साथ हटा दिया गया है। शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटने से सड़के अब चौड़ी हो गई है और अब इनसे आवागमन सुगम हो जायेगा और दुर्घटनाओं का अंदेशा भी नहीं रहेगा। जिला प्रशासन द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए की जा रही कार्यवाही से आम नागरिक बेहद खुश है और जिला प्रशासन को इसके लिए बधाई और धन्यवाद दे रहे है।शासकीय भूमि पर अतिक्रमण हटाने के लिए राजस्व विभाग एवं नगर पालिका द्वारा पहले से ही निशान लगा दिये गये थे। प्रशासन के अमले के पहुंचने से पहले ही नागरिकों ने भी नुकसान से बचने के लिए विश्वेश्वरैया चौक पर अतिक्रमण कर बनाये गये होटलों एवं ठेलों को स्वयं ही हटाना प्रारंभ कर दिया था।
