कानपुर / देश के कई राज्यों में ऐसे हॉस्पिटल संचालित है, जो ना तो तय मानकों का पालन करते है और ना ही उनके पास योग्य चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ है | ऐसे ही अस्पताल की शिकायत के बाद CMO ने उस अस्पताल का रुख किया | सरकारी मेडिकल टीम के छापे से घबराई महिला डॉक्टर फ़ौरन OT से दफा हो गई | वो एक महिला की बच्चादानी निकाल रही थी | बताया जाता है कि हड़बड़ाई डॉक्टर ने OT में टेबल में लेटी इस महिला का आधा – अधूरा ऑपरेशन कर मौके से भाग निकलने में ही अपनी भलाई समझी थी | उधर मरीज का खुला पेट और रक्त श्राव देखकर CMO ने फ़ौरन इस ऑपरेशन को पूरा करने के लिए महिला डॉक्टर को बुलाया | घटना उत्तर प्रदेश के कानपुर की है | यहाँ ऐसे दर्जनों हॉस्पिटल संचालित हैं, जो मानकों के विपरीत चल रहे हैं।
इन अस्पतालों में इलाज के नाम पर मरीजों की जिंदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। लोगों की शिकायत के बाद एक ऐसे ही अस्पताल ने देर शाम सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा ने छापे मारी की | उन्होंने काशी हॉस्पिटल ऐंड सर्जिकल सेंटर में दबिश दी | उनके आने की खबर लगते ही पहले तो वहां मौजूद पैरामेडिकल स्टाफ भाग निकला। इसके बाद सबसे ज्यादा हैरान करने वाला वाकया उस वक्त सामने आया जब सीएमओ ओटी कक्ष में पहुंचे। उन्होंने ओटी में ऑपरेशन कर रही डॉक्टर रूचि राठौर को भागते हुए देखा था | OT का जायजा लेने पर उन्हें पता पड़ा कि महिला डॉक्टर भी मरीज का आधा अधूरा ऑपरेशन छोड़कर भाग गईं है। सीएमओ ने महिला डॉक्टर को फोन कर मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी दी | तब कही जाकर महिला डॉक्टर वापस लौटी। डॉक्टर रूचि राठौर का लाइसेंस रद्द करने के लिए सीएमओ ने मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से सिफारिश की है।
कानपूर में कल्यानपुर थाना क्षेत्र स्थित पनकी रोड पर यह काशी हॉस्पिटल एंड सर्जिकल सेंटर नाम हॉस्पिटल संचालित होता है। सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा को काफी दिनों से इस अस्पताल में लापरवाही और मानकों के विपरीत नियुक्त स्टाफ की शिकायतें मिल रही थीं। सीएमओ ने अपने स्टॉफ के हॉस्पिटल में छापा मारा तो चारों तरफ अफरातफरी मच गई। सीएमओ जैसे हॉस्पिटल में दाखिल हुए तो उन्होने पाया कि बुखार के पेशेंट भर्ती थे, लेकिन किसी की भी डेंगू और कोरोना की जांच नहीं कराई गई थी। ओटी में प्रशिक्षित टेक्निशन की जगह पर कक्षा 9 की कई छात्रा पाई गई थी। उन्होंने बताया कि महिला मरीज की बच्चेदानी निकालने का ऑपरेशन चल रहा था।
सीएमओ ने बताया कि ओटी में महिला का ऑपरेशन छोड़कर डॉक्टर भाग गई। इस स्थिति में महिला की जान का खतरा हो सकता था। महिला को ब्लीडिंग हो रही थी। ओटी में प्रशिक्षित टेक्निशन नहीं थी। उन्होंने पाया कि इस अस्पताल में बहुत ही गंभीर स्थिति है | मरीजों की जिंदगी से यहाँ खिलवाड़ किया जा रहा था। न्यूज़ टुडे से चर्चा करते हुए CMO डॉ. अनिल मिश्रा ने बताया कि हॉस्पिटल संचालक उमाशंकर रजिस्ट्रेशन के कागजात नहीं दिखा सके। उन्होंने कहा कि यहाँ भर्ती सभी मरीजों को अन्यत्र अस्पताल में शिफ्ट करने के बाद इस हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है।