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नागरिकता विधेयक: असम-त्रिपुरा में बिगड़े हालात, रेल और हवाई यातायात बाधित , चप्पे चप्पे पर जवान तैनात | 

वेब डेस्क / नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर पूर्वोत्तर के राज्यों में विरोध बढ़ता ही जा रहा है। कई स्थानों पर आगजनी की घटनाएं हो रही हैं। असम में तीसरे दिन भी हिंसक विरोध प्रदर्शन जारी है। जिसके कारण डिब्रूगढ़ और गुवाहाटी में कर्फ्यू लगा हुआ है। राज्य में सीआरपीएफ की दस कंपनियां तैनात की गई हैं।

गुवाहाटी और अगरतला में रणजी ट्राफी मैचों के चौथे दिन का खेल रद्द कर दिया गया। मेजबान असम की टीम सेना खेल नियंत्रण बोर्ड से और त्रिपुरा की टीम झारखंड से खेल रही थी। बीसीसीआई महाप्रबंधक (क्रिकेट परिचालन) सबा करीम ने कहा कि प्रदेश संघ ने हमें नहीं खेलने की सलाह दी है। खिलाड़ियों को होटल में रहने के लिए कहा गया है। खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। वहीं नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी और चेन्नइयिन एफसी के बीच इंडियन सुपर लीग फुटबाल का मैच अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दिया गया। यह मैच इंदिरा गांधी एथलेटिक्स स्टेडियम में खेला जाना था।

त्रिपुरा, असम आने-जाने वाली सभी यात्री ट्रेनें निलंबित

असम और त्रिपुरा में हो रहे हिंसक विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए रेलवे ने असम और त्रिपुरा आने-जाने वाली सभी यात्री ट्रेनों को निलंबित कर दिया और लंबी दूरी वाली ट्रेनों को गुवाहाटी में ही रोका जा रहा है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के प्रवक्ता सुभानन चंदा ने बताया कि सुरक्षा स्थिति को देखते हुए यह फैसला बुधवार रात में लिया गया, जिसके बाद कई यात्री कामाख्या और गुवाहाटी में फंस गए। वहीं आरपीएफ कुमार के महानिदेशक अरुण कुमार ने बताया कि रेलवे सुरक्षा विशेष बल (आरपीएसएफ) की 12 कंपनियों को क्षेत्र में भेजा गया है।

अदालत में कैब के खिलाफ याचिका दाखिल

नागरिकता संशोधन विधेयक, 2019 के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में पहली याचिका दाखिल की गई है। यह याचिका इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग ने दायर की है। उसका कहना है कि धर्म के आधार पर नागरिकता नहीं दी जा सकती है।

प्रधानमंत्री ने असम के लोगों को दिया आश्वासन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं असम के अपने भाईयों और बहनों को यह आश्वासन देना चाहता हूं कि नागरिकता संशोधन विधेयक, 2019 के पास होने पर उन्हें चिंतित होने की जरूरत नहीं है। मैं उन्हें आश्वासन देना चाहता हूं कि कोई उनके अधिकार, विशिष्ट पहचान और सुंदर संस्कृति लेकर नहीं जाएगा। यह लगातार फलता-फूलता और विकसित होता रहेगा। केंद्र सरकार और मैं संविधान की भावना के अनुसार, असमिया लोगों के राजनीतिक, भाषाई, सांस्कृतिक और भूमि अधिकारों को संवैधानिक रूप से संरक्षित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।’

असम और त्रिपुरा में इंटरनेट बंद

असम के दस जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवा बृहस्पतिवार शाम सात बजे तक बंद कर दी गई। असम में 31 ट्रेनें या तो रद्द करनी पड़ीं या उनका रूट घटा दिया गया। तिनसुखिया, जोरहाट और डिब्रूगढ़ में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है। त्रिपुरा में दूसरे दिन भी इंटरनेट सेवाएं बंद रहीं।

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