छत्तीसगढ़ में भिलाई स्टील प्लांट से भी 250 रुपए टन अवैध वसूली ,”एक्सटॉर्शन मनी” को लेकर हाथ पर हाथ धरे बैठी CISF ,बिट्टू ,छोटू और अचल की तिकड़ी पर ED की नजर , BSP के नए गिरोह की चर्चा राजनैतिक गलियारे से लेकर केंद्रीय एजेंसियों के दफ्तर तक

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रायपुर / भिलाई : देश की नवरत्न कम्पनियो में से एक BSP ,भिलाई स्टील प्लांट में 250 रुपए टन परिवहन की अवैध वसूली के दस्तावेजी और डिजिटल प्रमाणों से जांच एजेंसियों का गलियारा गर्म है। सूत्रों के मुताबिक यहाँ चोरी के माल की अफरा-तफरी और वैध माल के परिवहन पर अवैध वसूली का गोरखधंधा सुनियोजित रूप से अंजाम दिया जा रहा है। इस गिरोह की कमान स्थानीय कारोबारी छोटू ,अचल और किसी बिट्टू नाम के लुटेरों के हाथो में बताई जा रही है। 

सूत्रों का दावा है कि पीड़ितों और भुक्त भोगियो ने इसकी शिकायत केंद्रीय जांच एजेंसियों से की है। यह शिकायत कुछ माह पूर्व ही की गई थी। सूत्रों का दावा है कि इसे संज्ञान में लेकर एजेंसिया छोटू ,बिट्टू और अचल के काले कारनामो की पड़ताल में जुटी है। जानकारी के मुताबिक शिकायत में यह भी कहा गया है कि BSP में तैनात CISF भी इस गिरोह की तस्करी,लोहा चोरी और अफरा तफरी से वाकिफ है। लेकिन हाथ पर हाथ धरे बैठी है। 

शिकायत में परिवहन ठेकेदारों से वसूले जा रही 200 से लेकर 250 टन की अवैध वसूली का काला चिटठा भी पेश किया गया है। इसमें बताया गया है कि छोटू का काफी बड़ा ट्रांसपोर्ट कारोबार है। उसकी कंपनी नान घोटाले में भी शामिल है।  नागरिक आपूर्ति निगम में परिवहन का ठेका छोटू की कंपनी संचालित करती थी। 

इस घोटाले में परिवहन के जरिए बड़े पैमाने पर चांवल की अफरा तफरी के साक्ष्य विभिन्न जांच रिपोर्ट में शामिल है। यही नहीं GST चोरी के मामले में भी छोटू एंड कंपनी सुर्खियों में रही है।

फिलहाल माना जा रहा है कि BSP परिवहन घोटाले और एक्सटॉर्शन मनी को लेकर बिट्टू ,छोटू और अचल की तिकड़ी पर ED का शिंकजा कस सकता है।