दिल्ली / दिल्ली-NCR में IT के ताबड़तोड़ छापे के बाद हवाला कारोबारियों में हड़कंप मच गया है | दिल्ली के अलावा छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के चार कारोबारियों की हवाला रकम की एंट्री भी मिली है | सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि चीनी माल आयात करने को लेकर यह रकम मुंबई और दिल्ली ट्रांसफर हुई थी | इसमें दो कारोबारियों ने इलेक्ट्रॉनिक और फर्नीचर के लिए हवाला दिया था | जबकि 3 कारोबारियों ने आयरन ओर -कोल एवं अन्य माल आयात किया था |हालाँकि इसकी आधिकरिक पुष्टि अभी नहीं हो पाई है | सूत्रों द्वारा बताया जा रहा है कि रायपुर के अलावा मुंबई, नागपुर और कोलकाता के कुछ व्यापारियों के तार इस चीनी हवाला कारोबारियों से जुड़े हुए है | अभी तक करीब 1000 करोड़ का हवाला कारोबार सामने आया है | लेकिन इसके लगभग ढाई हज़ार करोड़ के लेन -देन का ब्यौरा मिलने की चर्चा है |
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कुछ चीनी नागरिकों और उनके भारतीय सहयोगियों के खिलाफ छापेमारी की है | दिल्ली, गाजियाबाद और गुरुग्राम के 21 ठिकानों पर छापेमारी को उसने अंजाम दिया है | हालांकि सीबीडीटी ने कंपनियों का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया है | सीबीडीटी ने कहा कि छापेमारी में हवाला लेनदेन और मनी लॉन्ड्रिंग के दस्तावेज बरामद किए गए हैं | इसमें अभी 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के हवाला ट्रांजेक्शन का पता चला है | मिल रही जानकारी के मुताबिक शेल कंपनियों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग हो रही थी | इस रैकेट में कई चीनी नागरिक, उनके भारतीय सहयोगी और बैंक कर्मचारी शामिल थे | आयकर विभाग की जांच में पता चला है कि चीनी नागरिकों के आदेश पर फर्जी कंपनियों के 40 से अधिक बैंक अकाउंट्स में 1000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा कराई गई थी | आयकर विभाग को 300 करोड़ के हवाला लेनदेन के पुख्ता प्रमाण मिले है |
सीबीडीटी ने कहा है कि चाइनीज कंपनियों की सब्सिडियरी कंपनियों और संबंधित लोगों ने शेल कंपनियों से भारत में फर्जी बिजनस करने के नाम पर करीब 100 करोड़ का अडवांस लिया है | लेनदेन में हांगकांग और यूएस डॉलर के इस्तेमाल का मामला भी सामने आया है | चीन के नागरिक द्वारा भारत में रहकर चलाए जा रहे हवाला कारोबार को लेकर यह भी खुलासा हुआ है कि चीनी नागरिक लोउ सांग भारत में अपनी पहचान बदलकर रह रहा था | उसने मणिपुर की एक लड़की से भी शादी भी की थी |
आयकर विभाग की छानबीन में यह भी सामने आया है कि संदिग्ध लोउ सांग, अपनी पहचान बदल कर भारत में चार्ली पैंग नाम से रह रहा था | उसने कई दस्तावेजों में खुद को भारतीय नागरिक बताया था | उसके पास भारत का फर्जी पासपोर्ट और आधार कार्ड भी है | जानकारी के मुताबिक हवाला के जरिए लोउ हर रोज तीन करोड़ रुपये निकालता था, इसमें उसकी मदद बंधन बैंक और ICICI बैंक के अधिकारी करते थे | चीनी संदिग्ध के पास करीब 40 बैंक अकाउंट हैं | आयकर विभाग ने अपनी छापेमारी में बैंक अधिकारियों के यहां भी रेड डाली | फ़िलहाल जाँच जारी है | अभी और बड़े खुलासे के आसार बताये जा रहे है |